BJP Foundation Day : 43 साल की हुई भाजपा! मुखर्जी, वाजपेयी-आडवाणी ने रखी पार्टी की ‘अटल’ नींव, मोदी-शाह युग में BJP दुनिया की नंबर-1 पार्टी

Today is the foundation day of BJP: दुनिया की सबसे सर्वश्रेष्ठ भारतीय जनता पार्टी आज यानि की 6 अप्रैल को अपना स्थापना दिवस मना रही है।

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  • Publish Date - April 6, 2023 / 08:13 AM IST,
    Updated On - April 6, 2023 / 08:13 AM IST

Today is the foundation day of BJP : नई दिल्ली। दुनिया की सबसे सर्वश्रेष्ठ भारतीय जनता पार्टी आज यानि की 6 अप्रैल को अपना स्थापना दिवस मना रही है। एक समय ऐसा था कि बीजेपी का कोई नाम नहीं था और आज के समय में भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में भारतीय जनता पार्टी का परचम लहरा रहा है। भारतीय जनता पार्टी की पहले जनसंघ के रूप में स्थापना हुई थी जिसके बाद संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी ने अपने कठोर परिश्रम से पार्टी की स्पापना की। 1980 में भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी गई थी। 1977 में आपातकाल की समाप्ति के बाद जनता पार्टी के निर्माण हेतु जनसंघ अन्य दलों के साथ विलय हो गया। जिसके बाद 1980 में बीजेपी ने नई पार्टी के रूप में देश में कदम रखा।

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मोरारजी देसाई के नेतृत्व में पहली बार बनी सरकार- Today is the foundation day of BJP

Today is the foundation day of BJP : 1977 के आम चुनाव में जनता पार्टी को विशाल सफलता मिली और मोरारजी देसाई के नेतृत्व में सरकार बनी। उपाध्याय के 1979 में निधन के बाद जनसंघ के अध्यक्ष अटल बिहारी बाजपेयी बने थे अतः उन्हें इस सरकार में विदेश मंत्रालय कार्यभार मिला। हालाँकि, विभिन्न दलों में शक्ति साझा करने को लेकर विवाद बढ़ने लगे और ढ़ाई वर्ष बाद देसाई को अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ा। गठबंधन के एक कार्यकाल के बाद 1980 में आम चुनाव करवाये गये।

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भारतीय जनता पार्टी का इतिहास- Today is the foundation day of BJP

भाजपा का गठन आधिकारिक तौर पर 6 अप्रैल, 1980 को किया गया था। इससे पहले इसे भारतीय जनसंघ के नाम से जाना जाता था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जवाहर लाल नेहरू की कांग्रेस से नाता तोड़कर 1951 में इसका गठन किया था। जनसंघ का आदर्श वाक्य हिंदू पहचान और संस्कृति का संरक्षण था। जनसंघ का गठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सहयोग से किया गया था।

1952 के लोकसभा चुनाव में जनसंघ को सिर्फ तीन सीटें मिली सकी थी। हालांकि, 1975 में भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के बाद जनसंघ को सफलता मिली। पार्टी के कई नेताओं को इमरजेंसी का विरोध करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। जब देश से आपातकाल को हटाया गया उसके बाद जनसंघ ने कई अन्य छोटे क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर जनता पार्टी का गठन किया। जनता पार्टी की 1977 में सरकार बनी और मोरारजी देसाई देश के प्रधानमंत्री बने।
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वाजपेयी के नेतृत्व में ‘अटल’ हुई बीजेपी

1996 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बीजेपी 161 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। वाजपेयी प्रधानमंत्री बने, लेकिन बहुमत साबित करने में असफल रहे और सिर्फ 13 दिनों के बाद सरकार चली गई। इसके बाद बीजेपी ने 1998 में 182 सीटें जीतीं और वाजपेयी फिर प्रधानमंत्री बने। हालांकि, अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने एनडीए से अपना समर्थन वापस ले लिया और वाजपेयी की सरकार सिर्फ 13 महीने तक चल सकी।
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बीजेपी का मोदी युग

इसके बाद 1999 में जब लोकसभा चुनाव हुए तो बीजेपी ने जीत हासिल की। अटल बिहारी वाजपेयी इस बार पूरे पांच साल के लिए प्रधानमंत्री बने। हालांकि, भाजपा को पहली बार 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में धमाकेदार जीत मिली। जीत का यह सिलसिला 2019 में भी नहीं रुका। भाजपा ने इन 9 वर्षों में अपना खासा विस्तार किया है। कई प्रदेशों में बीजेपी की सरकार बनी। हिंदी पट्टी की पार्टी माने जाने वाली भाजपा ने कर्नाटक और पूर्वोत्तर के राज्यों असम, त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में भी सरकार बनाने में सफल रही।