टिपरा मोथा प्रमुख ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर चौकसी बढ़ाने का आग्रह किया

टिपरा मोथा प्रमुख ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर चौकसी बढ़ाने का आग्रह किया

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  • Publish Date - July 20, 2024 / 03:39 PM IST,
    Updated On - July 20, 2024 / 03:39 PM IST

अगरतला, 20 जुलाई (भाषा) टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने शनिवार को केंद्र सरकार से हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से लगी देश की सीमा पर चौकसी बढ़ाने का आग्रह किया।

त्रिपुरा पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है।

देबबर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर कहा, ‘इतिहास से स्पष्ट है कि जब भी पूर्वी पाकिस्तान/बांग्लादेश में अशांति हुई है, त्रिपुरा को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वह सीमा पर सर्वोच्च स्तर की चौकसी सुनिश्चित करे।’

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अस्थिरता का सीधा असर त्रिपुरा, असम और मेघालय जैसे पूर्वोत्तर के सीमावर्ती राज्यों पर पड़ता है।

टिपरा मोथा प्रमुख ने कहा, ” सीमा से घुसपैठ और अवैध प्रवासन सबसे ज्यादा वहां आदिवासी लोगों को प्रभावित करते हैं जहां जमीन बहुतायत में है, लेकिन आबादी कम है। छठी अनुसूची वाले क्षेत्रों में भूमि कानूनों को मजबूत करना होगा।”

देश में जारी प्रदर्शनों के हिंसक होने के बीच बांग्लादेश पुलिस ने पूरे देश में कड़ा कर्फ्यू लगा दिया है। हिंसा को रोकने के लिए सैन्य बलों ने शनिवार को राजधानी ढाका के कुछ हिस्सों में गश्त की।

बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर कई दिनों से हिंसक प्रदर्शन और झड़पें हुई हैं। हिंसा में कई लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए हैं।

सरकारी नौकरियों के लिए आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर छात्रों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों के कारण ढाका और अन्य जगहों पर हिंसा में इजाफा हुआ है।

इस संबंध में बात किये जाने पर त्रिपुरा के गृह सचिव पीके चक्रवर्ती ने ताजा हालात पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि मौजूदा हिंसा के कारण बांग्लादेश में फंसे भारतीय छात्र और नागरिक जांच चौकियों के जरिये लौट सकते हैं।

त्रिपुरा पुलिस के सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) अनंत दास ने कहा कि बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा ‘सामान्य प्रतीत’ हो रही है।

भाषा

शुभम पवनेश

पवनेश