नई दिल्ली: हैदराबाद में रेप के आरोपियों का एनकाउंटर किए जाने के बाद अब निर्भया के दोषियों को भी फांसी पर लटकाने की मांग उठने लगी है, लेकिन तिहाड़ जेल में जल्लाद नहीं होने के चलते उनकी फांसी की तारीख तय नहीं हो पा रही है। वहीं, दूसरी ओर खबर आ रही है कि अब तिहाड़ जेल प्रशासन जल्लाद जुगाड़ करने में लगा हुआ है। जेल प्रशासन ने जल्लाद मुहैया कराने के लिए देश की अन्य जेलों से संपर्क किया है। बता दें कि तिहाड़ जेल में आखिरी बार फांसी की सजा 13 फरवरी 2013 को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को दी गई थी।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर, 2012 को निर्भया के आरोपियों को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद चारो दोषी तिहाड़ जेल में बंद हैं। बता दें मामले में पुलिस ने 1 नाबालिग सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से चार अभी जेल में बंद हैं और एक ने सुनवाई के दौरान ही खुदकुशी कर ली थी। वहीं, एक दोषी को नाबालिग होने की वजह से तीन साल सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने 12 दिसंबर 2018 को उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें केंद्र सरकार को मामले के दोषी मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को मिली फांसी की सजा पर अमल करने के निर्देश देने की मांग की गई थी।