जयपुर, राजस्थान। गहलोत सरकार ने एक अच्छी योजना की शुरुआत की है, जिसके अनुसार घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों को सरकार की तरफ से प्रशस्ति पत्र के साथ पांच हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही पुलिस उस व्यक्ति से कोई पूछताछ भी नहीं करेगी।
पढ़ें- ‘इसे कहते हैं ऐड़ा बनकर पेड़ा खाना’.. पोर्नोग्राफी केस में शिल्पा के बयान पर पर शर्लिन का करारा जवाब
मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को बचाना है। इस योजना के तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्प्ताल पहुंचाने वाले लोगों से ना तो पुलिस पूछताछ करेगी और ना ही अस्पताल में भर्ती करने के दौरान उससे कोई पैसा मांगा जाएगा।
पढ़ें- Gold Rate Today: गोल्ड के दाम में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट, सस्ता हुआ सोना
इस योजना के अनुसार गंभीर हालत में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को 5 हजार रुपए का पुरस्कार और एक सर्टिफिकेट देकर उसका सम्मान किया जाएगा।
पढ़ें- GST के दायरे में आता है पेट्रोल-डीजल तो 28 रुपए तक होगा सस्ता.. काउंसिल की अहम बैठक पर आज सबकी नजर
इस योजना के तहत पुरस्कार पाने के लिए सबसे पहले घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को अस्पताल में तैनात मेडिकल ऑफिसर के पास सारी जानकारी दर्ज करवानी होगी।
पढ़ें- जनाजे में चली गोलियां, 8 की मौत..10 से ज्यादा घायल
बाद में मेडिकल ऑफिसर उस रिपोर्ट को तैयार करेंगे जिसमें यह तय होगा कि घायल व्यक्ति को किस अवस्था में अस्पताल लेकर आया गया। मेडिकल ऑफिसर की रिपोर्ट तय होने के बाद 2 दिन के अंदर उक्त व्यक्ति के खाते में पुरस्कार का पैसा भेजा जाएगा।