दिल्ली। February Weather: जनवरी का माह खत्म हो गया है और कल से फरवरी माह की शुरूआत होने वाली है। इसी के साथ ही फरवरी में भी भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान और नॉर्मल से कम बारिश की आशंका है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी में मौसम गर्म शुष्क रहेगा। देश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य से ज्यादा और बारिश सामान्य से कम रहने की उम्मीद है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा कि, इस साल बारिश होने की संभावना कम होगी।
बता दें कि, मौसम विभाग ने बताया कि जनवरी में गर्म और शुष्क मौसम के बाद फरवरी में भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान और सामान्य से कम बारिश होने की आशंका है। उत्तर-पश्चिम और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में फरवरी में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का पू्र्वानुमान है। वहीं भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। IMD के अनुसार, जनवरी 2025 भारत के इतिहास में तीसरी सबसे गर्म जनवरी रही। इस महीने देश का औसत तापमान 18.98 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 1958 और 1990 के बाद सबसे ज्यादा था। पूरे भारत में बारिश भी बेहद कम हुई- सिर्फ 4.5 मिमी, जो 1901 के बाद चौथी बार सबसे कम है।
IMD की रिपोर्ट के मुताबिक, कम बारिश और बढ़ती गर्मी का फसलों पर गंभीर असर पड़ सकता है। गेहूं की फसल का फूलने और दाने भरने का चरण प्रभावित हो सकता है। सरसों और चने की फसल समय से पहले पक सकती है, जिससे उत्पादन कम हो सकता है। सेब और अन्य बागवानी फसलें भी असमय फूल सकती हैं, जिससे फलों की गुणवत्ता और उत्पादन प्रभावित हो सकता है. मौसम वैज्ञानिकों ने किसानों को सुझाव दिया है कि वे हल्की सिंचाई जारी रखें ताकि फसलें ज्यादा गर्मी से बच सकें।
February Weather: IMD के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) कमजोर रहे, जिससे बारिश नहीं हुई। अरब सागर से नमी नहीं मिलने के कारण ठंडक नहीं बनी। पिछले तीन सालों से जनवरी की बारिश लगातार घट रही है। मौसम विभाग ने कहा, फरवरी महीने में उत्तर भारत में तेज धूप और शुष्क हवाओं का असर रहेगा। IMD का अनुमान है कि उत्तर भारत में मार्च तक गर्मी और बढ़ेगी। फसलों और जल स्रोतों पर गर्मी का असर दिखने लगेगा।