Gaya Pind Daan Fees 2024: अगर आप भी इस साल पितृपक्ष में गया में पिंडदान कराने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बड़े काम की है। सुनकर आपको हैरानी होगी की गया में इस साल ऑनलाइन पिंडदान की फीस 23 हजार रखी गई है। फीस महंगी होने के चलते अब तक एक भी बुकिंग नहीं हुई है। वहीं, पंडों का कहना है कि इससे नहीं पितरों को मोक्ष मिलेगा। विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिट्ठल ने कहा कि पंडा समाज शुरू से इ पिंडदान का विरोध कर रहा है। गयाजी आकर पिंडदान करने का ही शास्त्र सम्मत है, तभी पूर्वजों को मोक्ष मिलेगा। शास्त्रों को चुनौती देना ठीक नहीं है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि शास्त्रों की व्यवस्था पर चोट न करें।
कब से शुरू हो रहा पितृपक्ष
हिंदू पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि से पितृपक्ष की शुरुआत होती है और इस माह अमावस्या तिथि पर इनका समापन होता है। बता दें कि इस बार पितृपक्ष 17 सितंबर 2024 से शुरू हो रहे हैं, जो 02 अक्टूबर तक चलेंगे। पितृपक्ष के 16 दिन बहुत ही खास होते हैं, इस दौरान पितरों का विधि-विधान से तर्पण किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि पितृपक्ष में पितरों का विधि-विधान से तर्पण किया जाए तो उनकी आत्मा को शांति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
17 सितंबर से शुरू होगा पितृपक्ष मेला
गया में 17 सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू हो रहा है, जो 2 अक्टूबर 2024 तक चलेगा। बिहार पर्यटन विभाग ऑनलाइन पिंडदान की सुविधा मुहैया कराने जा रहा है। इसको लेकर विभाग की ओर से तैयारी शुरू की गई है। एक काउंटर भी खोल दिया गया है। पंडा समूह का कहना है कि ‘ऑनलाइन वैदिक क्रिया ठीक नहीं है। इसके जरिए शास्त्रों को चुनौती देने की कोशिश हो रही है।
कैसे होगी इ पिंडदान की बुकिंग
इ पिंडदान करने के लिए www. bstdc.bihar.gov.in वेबसाइट पर 23 हजार रुपये का भुगतान कर बुकिंग कर सकते हैं। पर्यटन विभाग की माने तो इस शुल्क में विष्णुपद, फल्गु नदी व अक्षयवट सहित तीन वेदी स्थलों पर पिंडदान करा कर व उसका ऑडियो वीडियो बनाकर बुकिंग करने वाले तीर्थयात्रियों को उपलब्ध कराया जायेगा। साथ ही पूजन सामग्री, विधि विधान व ब्राह्मणों का दान दक्षिणा भी इस पैकेज में शामिल है। इ पिंडदान करने वाले तीर्थ यात्रियों को पिंडदान से जुड़े कर्मकांड का वीडियो ऑडियो भी इसी पैकेज में उन्हें उपलब्ध कराया जायेगा।