रांची। झारखंड में बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली जेवीएम का आज बीजेपी में विलय हो गया। रांची के तारा मैदान में विलय समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। इस अमित शाह ने कहा कि बाबूलाल मरांडी निजी कारणों से पार्टी से अलग हुए, लेकिन राज्य में घूम-घूम कर अपनी जमीनी नेता की छवि बनाई। 2014 में बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद ही हमने बाबूलाल मरांडी को पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया, लेकिन वो थोड़े जिद्दी हैं, उस वक्त नहीं माने।
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शाह ने आगे कहा कि झारखंड में रघुबार दास की सरकार में खूब काम हुए, भले हम हार गए हों, लेकिन पार्टी एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के हर घर को बिजली और पानी की सुविधा में मुहैया कराई गई। जेवीएम कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि जब आप हमारे साथ आएंगे तो आपको कभी नहीं लगेगा कि आप दूसरे घर में आए हैं। हम सब एक परिवार की तरह हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बाबूलाल मरांडी के आने से बीजेपी को नई मजबूती मिलेगी।
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इसके अलावा बीजेपी पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि हमने देश में और राज्य में कई काम किए और अब विपक्ष की भूमिका में हैं, ऐसा पहली बार नहीं है, हमने लंबे समय तक विपक्ष में रह कर ही सब कुछ सीखा है। अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कई बड़े और अहम फैसले लिए हैं, देश में कई मुद्दे 70-70 साल से लटके पड़े थे, हमने उन्हें सुलझाया। हमारी सरकार ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किया और अब अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। इस सरकार में कई ऐसे काम हुए जो पिछली सरकारों ने रोक कर रखा था।
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इस मौके पर केंद्र और झारखंड के कई बीजेपी व जेवीएम नेता मौजूद रहे, इस विलय समारोह में अमित शाह और बाबूलाल मरांडी के अलावा केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, बीजेपी नेता ओम माथुर, रांची सांसद संजय सेठ, पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्णण गिलुआ समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
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