पुणे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने एक विवादास्पद अभियान शुरू किया है, मनसे कार्यकर्ता शहर के उन इलाकों में जा रहे हैं, जहां कथित रूप से बांग्लादेशी रहते हैं, मनसे कार्यकर्ता वहां रहने वाले लोगों से नागरिकता के सबूत मांग रहे हैं। पुणे शहर के धनकवड़ी इलाके में बड़ी संख्या में किराये पर लोग रहते हैं, मनसे कार्यकर्ताओं ने इनसे भारतीय नागरिक होने के सबूत मांगे हैं।
ये भी पढ़ें:EPFO ने 64 लाख पेंशनधारियों को दी बड़ी सुविधा, घर बैठे ऑनलाइन जमा कर सकते हैं…
यहां पर जो लोग दस्तावेज मनसे कार्यकर्ताओं को दिखाते हैं उनकी सत्यता की जांच के लिए पुलिस अधिकारी भी इनके साथ रहते हैं, पुलिस इन दस्तावेजों की जांच कर रही है, पुलिस के अनुसार पिछले कुछ हफ्तों से मनसे के कार्यकर्ता उन इलाकों में रहने वाले लोगों पर नजर बनाए हुए हैं जहां इन्हें लगता है कि बांग्लादेशी घुसपैठिए रह रहे हैं।
ये भी पढ़ें: हाई स्कूल के भौतिक विज्ञान और अंग्रेजी का पेपर वाट्सएप पर वायरल, शि…
शनिवार की सुबह धनकवड़ी इलाके में मनसे कार्यकर्ता पुलिस को साथ लेकर आए और कुछ लोगों से पूछताछ की है, जांच के दौरान एक युवा के पास दो वोटर आईडी कार्ड मिले हैं, इसे मनसे कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन लेकर गए हैं। बता दें कि 9 फरवरी को महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने CAA-NRC के समर्थन में एक विशाल रैली की थी। इस रैली में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने अवैध बांग्लादेशियों को शहर से बाहर करने की मांग की थी।
ये भी पढ़ें: सुरक्षाबालों ने हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी को जिंदा पकड़ा, चीन…
राज ठाकरे ने कहा कि घुसपैठियों को देश से बाहर निकालकर देश को साफ-सुथरा किया जाना चाहिए। राज ने चेतावनी दी थी कि अगर कुछ लोग सिर्फ शक्ति प्रदर्शन करने के लिए सीएए-एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें जवाब दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें: CAA-NPR पर कांग्रेस को झटका, उद्धव ठाकरे ने दिया मोदी का साथ, कहा- …