जयपुर। जब व्यक्ति के दिन खराब चल रहे हो तो उसे नेक काम में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसका जीता जागता उदाहरण तब देखने को मिला जब एक अधिकारी को भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने 10000 रुपए की रिश्वत लौटाते हुए गिरफ्तार कर लिया। एक जमीन विवाद में पक्ष में फैसला करने के लिए अधिकारी ने रिश्वत ली थी।
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मामला राजस्थान के धौलपुर का है जहां एसडीएम भंवरलाल कासोटिया को जमीन विवाद के एक मामले में सवाईमाधोपुर की एसीबी ने 10 हजार नगद रिश्वत लौटाते हुए पकड़ लिया। दरअसल उपखंड अधिकारी भंवर लाल कासोटिया के यहां पर भगत सिंह तथा उसकी पुत्री के बीच पुश्तैनी 4 बीघा जमीन का मामला चल रहा था।
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इसमें पुत्री अपने पिता से भूमि देने की मांग कर रही थी लेकिन भगत सिंह के पास वह जमीन पुश्तैनी न होकर मां की तरफ से आई थी। एसडीएम ने सारी जानकारी होने के बावजूद भगत सिंह से 10000 रुपए लिए और फिर उसके खिलाफ फैसला कर दिया। इस पर भगत सिंह ने 30 जुलाई को एसीबी मुख्यालय पर उसके पैसे लौटाने की गुहार लगाई थी।
बता दें कि पहले एसडीएम ने पक्ष में फैसला सुनाने के लिए 50 हजार मांगे थे लेकिन वे पक्ष में फैसला नही कर सके। वहीं जब भगत सिंह ने अपने पैसे वापस मांगे तो पहले तो एसडीएम ने मना किया लेकिन एसीबी में शिकायत के बाद एसडीएम पैसे लौटाने को तैयार हो गए। एसीबी टीम ने पैसे लौटाने के दौरान 2 अगस्त की शाम 7:00 बजे एसडीएम को गिरफ्तार कर लिया।
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