Kisan Mahapanchayat: नई दिल्ली। इन दिनों किसानों की आवाज देशभर में गूंज रही है। लोकसभा चुनाव से पहले किसानों का यह मुद्दा सियासत की गरमी बढ़ा दिया है। अपनी तमाम मांगों को लेकर किसान दिल्ली में जम गए हैं। वहीं किसानों का यह जमावड़ा काफी दिनों से चल रहा है। बता दें कि इसी कड़ी में आज संयुक्त किसान मोर्चा, किसान समूहों का एक गुट, दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘किसान मजदूर महापंचायत’ आयोजित कर रहा है। यहां केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ ‘लड़ाई तेज करने’ के लिए एक प्रस्ताव पारित होने की संभावना है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने इस शर्त के साथ किसानों के जमावड़े की अनुमति दी है कि महापंचायत में न तो 5,000 से अधिक लोग शामिल होंगे और न ही कार्यक्रम स्थल के पास ट्रैक्टर ट्रॉलियों को अनुमति दी जाएगी। एसकेएम, जिसने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 2020-21 के किसानों के विरोध का नेतृत्व किया था, उन्होंने कहा कि पंजाब के 50,000 से अधिक किसानों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। इस किसान संगठन ने कहा है कि रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण सभा होगी और सरकार के सामने अपनी सभी मांगें रखी जाएंगी।
Kisan Mahapanchayat: पंजाब भर से बड़ी संख्या में किसान 800 से अधिक बसों, ट्रकों और कई ट्रेनों में सवार होकर बुधवार को दिल्ली की ओर बढ़ने लगे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह से ही पंजाब और अलग-अलग जगहों से किसान दिल्ली के राम लीला मैदान में जुट रहे हैं।