नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग रिसर्च मामले में क्लीन चिट दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए एक्सपर्ट्स की पैनल भी गठित की थी। जो इस मामले की छानबनी कर रही थी। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त एक्सपर्ट्स के पैनल ने कहा है कि अडानी ग्रुप की तरफ से शेयरों की कीमतों में कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है और ग्रुप ने रिटेल इनवेस्टर्स के हितों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए हैं।
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पैनल ने अपनी ये रिपोर्ट 6 मई को सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी थी। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शेयर प्राइस मैनिपुलेशन के आरोपों पर यह फैसला करना संभव नहीं है कि इसकी वजह SEBI की रेगुलेटरी नाकामी है। रिपोर्ट पर अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी। CJI डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जे बी पारदीवाला की बेंच ने इस पर सुनवाई की।
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सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जो कमेटी बनाई थी, उसके हेड रिटायर्ड जज एएम सप्रे हैं। उनके साथ इस कमेटी में जस्टिस जेपी देवधर, ओपी भट, एमवी कामथ, नंदन नीलेकणि और सोमशेखर सुंदरेसन शामिल हैं। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला की बेंच ने कमेटी बनाने का यह आदेश 2 मार्च को दिया था।
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