नई दिल्ली : PM Modi defends Shah’s Ambedkar Remark : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर दिए गए बयान पर बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने गृहमंत्री शाह द्वारा दिए गए बयान का विरोध करते हुए बुधवार को संसद में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस ने तो अमित शाह के इस्तीफे की मांग तक कर दी है। कई दलों ने सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है. इसी बीच बसपा सुप्रीमो मायावती और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का भी बयान सामने आया है।
सदन में आंबेडकर को लेकर मचे घमासान के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर लिखा, ‘कांग्रेस और बीजेपी एंड कंपनी के लोगों को बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की आड़ में अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने की बजाय, इनका पूरा आदर-सम्मान करना चाहिए। इन पार्टियों के लिए इनके जो भी भगवान हैं उनसे पार्टी को कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन दलितों और अन्य उपेक्षितों के लिए एकमात्र इनके भगवान केवल बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर हैं, जिनकी वजह से ही इन वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले हैं, तो उसी दिन इन वर्गों को सात जन्मों तक का स्वर्ग मिल गया था।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘कांग्रेस, बीजेपी आदि पार्टियों का दलित और अन्य उपेक्षितों के प्रति प्रेम विशुद्ध छलावा है। इनसे इन वर्गों का सही हित व कल्याण असंभव है। इनके कार्य दिखावटी ज्यादा, ठोस जनहितैषी कम हैं। बहुजन समाज व इनके महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों को समुचित आदर-सम्मान बीएसपी सरकार में ही मिल पाया है।’
1. कांग्रेस व बीजेपी एण्ड कम्पनी के लोगों को बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की आड़ में अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने की बजाय, इनका पूरा आदर-सम्मान करना चाहिये। इन पार्टियों के लिए इनके जो भी भगवान हैं उनसे पार्टी को कोई ऐतराज नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) December 18, 2024
2. लेकिन दलितों व अन्य उपेक्षितों के लिए एकमात्र इनके भगवान केवल बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर हैं, जिनकी वजह से ही इन वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले हैं, तो उसी दिन इन वर्गों को सात जन्मों तक का स्वर्ग मिल गया था।
— Mayawati (@Mayawati) December 18, 2024
3. अतः कांग्रेस, बीजेपी आदि पार्टियों का दलित व अन्य उपेक्षितों के प्रति प्रेम विशुद्ध छलावा। इनसे इन वर्गों का सही हित व कल्याण असंभव। इनके कार्य दिखावटी ज्यादा, ठोस जनहितैषी कम। बहुजन समाज व इनके महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों को समुचित आदर-सम्मान बीएसपी सरकार में ही मिल पाया।
— Mayawati (@Mayawati) December 18, 2024
PM Modi defends Shah’s Ambedkar Remark : राहुल गांधी ने कहा, ‘यह संविधान के खिलाफ है। वे शुरू से कह रहे थे कि वे संविधान बदल देंगे। वे आंबेडकर जी और उनकी विचारधारा के खिलाफ हैं। उनका एकमात्र काम संविधान और अंबेडकर जी द्वारा किए गए काम को खत्म करना है, यह पूरा देश जानता है।’
#WATCH | Delhi: On the speech of Union HM Amit Shah in Rajya Sabha, Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, “This is against the Constitution. They were saying from the beginning that they would change the Constitution. They are against Ambedkar ji and his ideology.… pic.twitter.com/TV7yFFLv8y
— ANI (@ANI) December 18, 2024
ममता बनर्जी ने कहा, ‘एक ओर संसद संविधान के 75 गौरवशाली वर्षों पर चर्चा कर रही है। वहीं दूसरी ओर गृह मंत्री शाह ने इस मौके को आंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के साथ कलंकित करने के लिए चुना, वह भी लोकतंत्र के मंदिर में। यह भाजपा की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है। यदि 240 सीटों पर सिमटने के बाद उनका व्यवहार ऐसा है, तो कल्पना कीजिए कि अगर 400 सीटों का उनका सपना पूरा हो जाता तो उन्हें कितना नुकसान होता।’
ममता बनर्जी ने कहा कि अमित शाह की टिप्पणी उन लाखों लोगों का अपमान है जो मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए बाबासाहेब की ओर देखते हैं। लेकिन आप उस पार्टी से और क्या उम्मीद कर सकते हैं जिसने नफरत और कट्टरता को अपने अंदर समाहित कर लिया है?
The mask has fallen!
As Parliament reflects on 75 glorious years of the Constitution, HM @AmitShah chose to TARNISH this occasion with DEROGATORY remarks against Dr. Babasaheb Ambedkar, that too in the temple of Democracy.
This is a display of BJP’s CASTEIST and ANTI-DALIT…
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 18, 2024
PM Modi defends Shah’s Ambedkar Remark : विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों और डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर बयान पर मचे बवाल के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने खुलकर गृहमंत्री अमित शाह का बचाव करते हुए विपक्ष पर हमला किया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, डॉ. आंबेडकर को लेकर अमित शाह ने कांग्रेस का पर्दाफाश किया है। झूठ से कांग्रेस के गलत काम नहीं छिपेंगे. कांग्रेस ने सालों तक डॉ. आंबेडकर का अपमान किया है।
पीएम मोदी ने कहा, अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ इकोसिस्टम सोचता है कि उनका दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के कुकर्मों को छिपा सकता है, खासकर डॉ. आंबेडकर के प्रति उनके अपमान को तो वे गलत सोच रहे हैं। देश के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. आंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/ एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हरसंभव गंदी चाल चली है।
पीएम मोदी ने सिलसिलेवार तरीके से डॉ. आंबेडकर के प्रति कांग्रेस के ‘गुनाहों’ को गिनाया है। पीएम ने कहा, उन्हें एक बार नहीं बल्कि दो बार चुनाव में हार दिलाई गई। पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया। उन्हें भारत रत्न देने से इनकार कर दिया गया। उनके पोर्ट्रेट को संसद के सेंट्रल हॉल में गौरव का स्थान देने से इनकार कर दिया गया।
पीएम मोदी ने आगे कहा, कांग्रेस जितनी चाहे कोशिश कर सकती है, लेकिन वे इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि एससी/ एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे भयानक नरसंहार उनके शासनकाल में हुए हैं। वर्षों तक वे सत्ता में बैठे रहे लेकिन एससी और एसटी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए कुछ भी नहीं किया।
PM Modi defends Shah’s Ambedkar Remark : पीएम मोदी ने कहा, संसद में अमित शाह जी ने डॉ. आंबेडकर का अपमान करने और एससी/ एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया है। अमित शाह ने जो तथ्य स्पष्ट किए हैं, उससे कांग्रेस भौचक्की रह गई। यही कारण है कि वे अब नाटकीयता में लिप्त हो गए हैं. कांग्रेस के लिए दुख की बात ये है कि लोग सच्चाई जानते हैं।
In Parliament, HM @AmitShah Ji exposed the Congress’ dark history of insulting Dr. Ambedkar and ignoring the SC/ST Communities. They are clearly stung and stunned by the facts he presented, which is why they are now indulging in theatrics! Sadly, for them, people know the truth! pic.twitter.com/l2csoc0Bvd
— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2024
पीएम मोदी ने आगे कहा, हम जो कुछ भी हैं, वो डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के कारण हैं। हमारी सरकार ने पिछले दशक में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए अथक प्रयास किया है। किसी भी क्षेत्र को ले लीजिए. चाहे वो 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना हो, एससी/ एसटी अधिनियम को मजबूत करना हो, हमारी सरकार के प्रमुख कार्यक्रम जैसे स्वच्छ भारत मिशन, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन और उज्ज्वला जैसी योजनाओं ने गरीबों और हाशिए पर रहने वाले लोगों का जीवन आसान किया है।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार ने डॉ. आंबेडकर से जुड़े पांच प्रतिष्ठित स्थानों पंचतीर्थ को विकसित करने का काम किया है। दशकों से चैत्य भूमि की जमीन को लेकर मामला लंबित था। हमारी सरकार ने ना सिर्फ इस मुद्दे को सुलझाया, बल्कि मैं वहां प्रार्थना करने भी गया हूं। हमने दिल्ली में 26, अलीपुर रोड का भी विकास किया है, जहां डॉ. आंबेडकर ने अपने अंतिम वर्ष बिताए थे। वो लंदन में जिस घर में रहते थे, उसे भी सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है। जब डॉ. आंबेडकर की बात आती है तो हमारा सम्मान और ज्यादा श्रद्धा पूर्ण हो जाता है।
Prime Minister Narendra Modi tweets, “Our Government has worked to develop Panchteerth, the five iconic places associated with Dr. Ambedkar. For decades, there was a pending issue on land for Chaitya Bhoomi. Not only did our Government resolve the issue, I have gone to pray there… pic.twitter.com/l3Q6aTQFYG
— ANI (@ANI) December 18, 2024
वहीं, @modiarchive हैंडल ने एक पोस्ट किया है। इसमें लिखा, 1986 में जब नरेंद्र मोदी बीजेपी में शामिल हुए तो उनकी सबसे पहली पहल डॉ. बीआर आंबेडकर की विरासत का सम्मान करना था, यह मिशन तब से उन्होंने जारी रखा है। पीएम मोदी के लिए अंबेडकर के मूल्यों के प्रति श्रद्धा और विश्वास हमेशा एक आजीवन प्रतिबद्धता रही है, न कि राजनीतिक सुविधा का विषय।
When @narendramodi joined the BJP in 1986, one of his earliest initiatives was honoring the legacy of Dr. B.R. Ambedkar – a mission he has continued ever since.
This was long before Dr. Ambedkar’s name had been co-opted by certain political entities for their narrow political… pic.twitter.com/6QMGfVuIh0
— Modi Archive (@modiarchive) December 18, 2024
PM Modi defends Shah’s Ambedkar Remark : संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा है। मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा में हिस्सा में लिया और विपक्ष को जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर पर बयान दिया। अमित शाह ने कहा, अभी एक फैशन हो गया है, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। अच्छी बात है, हमें तो आनंद है कि अंबेडकर का नाम लेते हैं। अंबेडकर का नाम अभी 100 बार ज्यादा लो, लेकिन अंबेडकर जी के प्रति आपका भाव क्या है? ये मैं बताना चाहता हूं। अंबेडकर जी को देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफा क्यों देना पड़ा। अंबेडकर जी ने कई बार कहा कि अनुसूचित जातियों और जनजातियों से हुए व्यवहार से मैं असंतुष्ट हूं। सरकार की विदेश नीति से मैं असहमत हूं। आर्टिकल 370 से मैं अहसमत हूं। इसलिए वो कैबिनेट छोड़ना थे। उन्हें आश्वासन दिया गया, लेकिन वो पूरा नहीं किया गया। लगातार दरकिनार किए जाने से उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।
उत्तर: अमित शाह ने संसद में डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर एक ऐसा बयान दिया, जिसे विपक्ष ने अपमानजनक समझा और उसके खिलाफ विरोध किया।
प्रश्न 2: संसद में डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर बयान पर बवाल क्यों हुआ?
उत्तर: विपक्षी दलों का मानना है कि अमित शाह का बयान आंबेडकर के योगदानों का अपमान है, जिसके चलते उन्होंने हंगामा किया।
उत्तर: विपक्षी दलों का मानना है कि अमित शाह का बयान आंबेडकर के योगदानों का अपमान है, जिसके चलते उन्होंने हंगामा किया।
उत्तर: कांग्रेस ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और संसद में हंगामा किया।
उत्तर: मायावती और ममता बनर्जी ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी और आंबेडकर की विचारधारा की रक्षा करने का संकल्प लिया है।
उत्तर: हां, कई दलों ने इस मुद्दे पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है, जिससे बड़े विरोध प्रदर्शन की संभावना बढ़ गई है।