कोलकाता, 23 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र से ओडिशा के सिमिलिपाल आरक्षित वन क्षेत्र (एसटीआर) में 15 नवंबर को भटककर पहुंची तीन-वर्षीय बाघिन ‘जीनत’ पिछले दो दिनों से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के एक जंगल में एक किलोमीटर के क्षेत्र में घूम रही है। एक शीर्ष वन अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
बंगाल के मुख्य वन्यजीव वार्डन देबल रॉय ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि बाघिन को रेडियो कॉलर लगाया गया है और वह फिलहाल बंदवान के घने और जंगली इलाके में घूम रही है।
उन्होंने कहा, ‘उसकी गतिविधियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। वह फिलहाल बंदवान में है और इस क्षेत्र के घने जंगलों में घूम रही है।’
सुंदरबन बाघ अभयारण्य के एक दस्ते सहित बंगाल वन विभाग की दो टीम रेडियो कॉलर के जरिये लगातार उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।
एक अन्य वन अधिकारी ने बताया कि ओडिशा वन विभाग की टीम भी राइका पहाड़ी क्षेत्र में ‘जीनत’ की गतिविधियों पर नजर रखने का काम कर रही हैं और चिल्का जंगल की ओर बढ़ रही हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘कंटीले झाड़ियों वाले पहाड़ी इलाकों के कारण ‘जीनत’ के लिए निगरानी से बचना अधिक सुविधाजनक हो गया है, क्योंकि पहाड़ियों के कारण सिग्नल बाधित होता है और कई बार वह संपर्क से बाहर हो जाती है।’
जीनत चार दिन पहले पड़ोसी राज्य झारखंड से पश्चिम बंगाल पहुंची थी और शनिवार तक वह झारग्राम और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों में घूमती रही, जो जंगलमहल क्षेत्र के वन क्षेत्र हैं।
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद वह पुरुलिया के बंदवान में प्रवेश कर गई।
भाषा
शुभम सुरेश
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