Pension Latest Update : इन लोगों के खाते में प्रतिमाह आएगी पेंशन की राशि, राज्य सरकार ने किया ऐलान, यहां देखें पूरी जानकारी

Pension Latest Update : इन लोगों के खाते में प्रतिमाह आएगी पेंशन की राशि, राज्य सरकार ने किया ऐलान, यहां देखें पूरी जानकारी..

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  • Publish Date - June 19, 2024 / 02:52 PM IST,
    Updated On - June 19, 2024 / 02:52 PM IST

Pension Latest Update : रांची। झारखंड के खूंटी जिले में सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोगों को एक हजार रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खूंटी जिला प्रशासन ने स्वामी विवेकानंद निशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत झारखंड में पहली बार सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए पेंशन को स्वीकृति दी है। खूंटी के उपायुक्त (डीसी) लोकेश मिश्रा की पहल पर सामाजिक सुरक्षा प्रकोष्ठ ने इस कार्यक्रम की शुरूआत की है।

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लाभार्थियों को मिलेगा प्रतिमाह 1 हजार रुपए

आधिकारिक बयान के अनुसार पहले चरण में खूंटी और कर्रा से तीन-तीन, मुरहू से दो और तोरपा प्रखंड से कुल नौ लाभार्थियों को चिन्हित किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘‘इस योजना के तहत लाभार्थियों को आजीवन एक हजार रुपये की धनराशि प्रतिमाह दी जाएगी।’’ विज्ञप्ति में कहा गया कि अगर सिकल सेल का कोई मरीज बाद में भी चिन्हित होता है तो उसे योजना के तहत लाभ दिया जाएगा।

 

जिले में अब तक 99,165 व्यक्तियों की सिकल सेल जांच की जा चुकी है। इनमें से 114 लोग सिकल सेल के वाहक पाए गए, वहीं कुल 46 लोग सिकल सेल एनीमिया-थैलेसीमिया रोग से पीड़ित मिले। विज्ञप्ति के अनुसार इनमें से नौ व्यक्ति 40 प्रतिशत या उससे अधिक सिकल सेल एनीमिया-थैलेसीमिया रोग से पीड़ित हैं और उन्हें दिव्यांगता प्रमाणपत्र के आधार पर स्वामी विवेकानंद निशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत पेंशन दी जा रही है।

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जब बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण लोगों की जीवन के प्रति आशा बढ़ रही है, वहीं ऐसे समय में झारखंड में आदिवासी आबादी विभिन्न बीमारियों से पीड़ित है। विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्य में सिकल सेल एनीमिया बीमारी व्यापक रूप ले रही है। सिकल सेल एनीमिया को एक वंशानुगत रक्त-संबंधी रोग माना जाता है, जिसमें लाल रक्त कणिकाएं दरांती के आकार में मुड़ जाती हैं और समय से पहले नष्ट होने लगती हैं। इससे शरीर में स्वस्थ्य लाल रक्त कणिकाओं की कमी हो जाती है (सिकल सेल एनीमिया) और रक्त प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है, जिससे दर्द होता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दूरदराज के क्षेत्रों में इस बीमारी के उपचार को लेकर जागरुकता की आवश्यकता है। खूंटी प्रशासन जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में सिकल सेल मोबाइल मेडिकल वैन संचालित कर लोगों की जांच कर रहा है। विज्ञप्ति में कहा गया कि सिकल सेल एनीमिया से पीड़ितों को उचित चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से सदर अस्पताल खूंटी में सिकल सेल एनीमिया- थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का भी संचालन किया जा रहा है।

 

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