तिरुवनंतपुरम: केरल सरकार के एक कदम से एक बार फिर से केंद्र और राज्य के सरकार के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। दरअसल केरल राज्य के सरकार ने अपना अलग विदेश सचिव नियुक्त किया है। इस तरह भारत सरकार से अलग यह करने वाला केरल पहला राज्य बन गया है। (The Left government of Kerala has appointed its own Foreign Secretary) केरल की लेफ्ट सरकार की तरफ से की तरफ से जारी बयान में कहा गया हैं कि, “डॉ. के. वासुकी आईएएस, सचिव, श्रम एवं कौशल विभाग, केरल, बाह्य सहयोग से जुड़े मामलों का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगी।” इस आदेश पर ज्वाइंट सेकेट्री मणिकांतन आर का हस्ताक्षर है।”
भाजपा हुई हमलावर
इस मामले में भाजपा ने राहुल गांधी से सवाल पूछा है कि वे बताएं कि यह जय संविधान है या संविधान का अपमान है। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने केरल सरकार द्वारा राज्य की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के. वासुकी को विदेश सचिव नियुक्त करने की आलोचना करते हुए पूछा कि अब ये आगे क्या करेंगे ? उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के अधिकारों में हस्तक्षेप करने वाली ये सरकार क्या अब रक्षा मंत्री की नियुक्ति करेगी, क्या प्रधानमंत्री भी बना देगी और क्या ये जम्मू कश्मीर में फिर से अनुच्छेद- 370 लागू कर देगी।
कांग्रेस ने भी निंदा
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी केरल सरकार के इस फैसले की निंदा की है। उन्होंने कहा, “राज्य के किसी अधिकारी को इस तरह की विशिष्ट जिम्मेदारी देना काफी असामान्य है, लेकिन यह बहुत स्पष्ट रूप से समझा जाता है कि उनकी अपनी कोई विदेशी संबंध जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह मूल रूप से भारत सरकार के निकायों के माध्यम से होती है।”
VIDEO | Here’s what Congress MP Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) said on Kerala government appointing IAS officer K Vasuki as ‘foreign secretary’.
“The fact is that foreign relations are controlled by the Union government and no state government has any independent foreign… pic.twitter.com/xNaAKHesW6
— Press Trust of India (@PTI_News) July 20, 2024