हिंदी एकता के सूत्र में बांधने वाली जन-जन की भाषा: दिया कुमारी

हिंदी एकता के सूत्र में बांधने वाली जन-जन की भाषा: दिया कुमारी

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  • Publish Date - September 14, 2024 / 06:55 PM IST,
    Updated On - September 14, 2024 / 06:55 PM IST

जयपुर, 14 सितंबर (भाषा) राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने शनिवार को कहा कि हिंदी एकता के सूत्र में बांधने वाली जन-जन की भाषा है।

उपमुख्यमंत्री ने सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय के मुख्य सभागार में राजस्थान सरकार के भाषा एवं पुस्तकालय विभाग द्वारा राज्य स्तरीय हिंदी दिवस समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा,”हमें गर्व है कि हम हिंदी भाषी हैं। हिंदी भाषा जन-जन की भाषा है जो भारत को एकता के सूत्र में बांधती है। हमें राष्ट्र पर गर्व है, तो हमें राष्ट्र की भाषा हिंदी पर भी गर्व होना चाहिए।”

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा या विषय नहीं बल्कि हमारी पहचान है, भावों की अभिव्यक्ति है, एक विस्तृत विचारधारा, सोच और हमारी संस्कृति है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान की ‘डबल इंजन’ की सरकार विकसित भारत और विकसित राजस्थान के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है तथा विकसित भारत की यात्रा में हिंदी सफलता का माध्यम सिद्ध होगी।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कला संस्कृति एवं पर्यटन विषयों पर निरन्तर अपनी लेखनी से योगदान देने वाले साहित्यकार एवं जनसम्पर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक राजेश कुमार व्यास को उनकी कृति ‘कलाओं की अन्तर्दृष्टि’ के लिए सम्मानित किया।

इसी प्रकार डॉ. अखिलेश पालरिया को उनकी पुस्तक ‘मेरी प्रिय कहानियां’, साहित्यकार विजय जोशी को उनकी पुस्तक ‘अनुभूति के पथ पर:जीवन की बातें’, डॉ. सतीश कुमार को उनकी पुस्तक ‘मैं विधायिका हूं’, बजरंगलाल जेठू को ‘जनसंचार,पत्रकारिता एवं सिनेमा’ डॉ.डी.डी. ओझा को पुस्तक ‘जलशोधन-प्राचीन से अर्वाचीन’, डॉ. दीपक सिंह राजपुरोहित को पुस्तक ‘नाड़ी दीप विज्ञान’, डॉ. सचिन गुप्ता को ‘ उद्यमिता दृष्टिकोण’ डॉ. सुनिता गुप्ता व डॉ एन.के. गुप्ता को ‘फसल कार्यिकी के मूल सिद्धांत’ और डॉ. दीपिका विजयवर्गीय को पुस्तक ‘चैतन्य महाप्रभु और गौड़िय संप्रदाय’ के लिए सम्मानित किया गया।

भाषा

पृथ्वी, रवि कांत

रवि कांत