बेंगलुरु, 22 जुलाई (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि धोती पहने एक किसान को उसके पहनावे के कारण प्रवेश से वंचित किए जाने के मद्देनजर सरकार सभी मॉल और अन्य प्रतिष्ठानों को दिशानिर्देश जारी करेगी।
घटना के बाद सरकार ने 18 जुलाई को यहां जीटी वर्ल्ड मॉल को सात दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया था। इस घटना की विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर विधानसभा में कड़ी निंदा की थी।
सरकार ने किसान के कथित अपमान को एक व्यक्ति की ‘‘गरिमा और स्वाभिमान’’ का उल्लंघन करार दिया था और कहा था कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
शिवकुमार ने सोमवार को विधानसभा में कहा, ‘‘पिछले हफ्ते एक गांव के किसान को उसके ‘पंचे’ (धोती) पहनने के कारण मॉल में प्रवेश से वंचित किए जाने पर विधानसभा में चर्चा हुई थी। पंचे हमारी सांस्कृतिक परिधान है। घटना के बाद, मॉल को बंद करने के आदेश जारी किए गए थे। हमने इस संबंध में दिशानिर्देश जारी करने का भी फैसला किया है, चाहे वह मॉल हो या कोई अन्य छोटा-बड़ा स्थान हो। ‘पंचे’ हमारी संस्कृति का हिस्सा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मॉल को बंद करने के लिए नोटिस जारी किया गया था। उस पर कुछ कर भी बकाया था, हमने उनसे लिखित स्पष्टीकरण और माफीनामा भी लिया है। उसने (मॉल ने) बकाया कर चुकाने के लिए चेक भी दिया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि राज्य में कहीं भी ऐसी घटना न दोहराई जाए, हम दिशानिर्देश जारी करेंगे।’’
यह घटना 16 जुलाई को उस समय घटित हुई जब हावेरी जिले के 70 वर्षीय फकीरप्पा अपनी पत्नी और बेटे के साथ मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने के लिए मॉल गए थे।
फकीरप्पा ने कथित तौर पर सफेद कमीज और धोती पहन रखी थी। मॉल के सुरक्षा कर्मचारी ने कथित तौर पर उन्हें और उनके बेटे से कहा कि उन्हें ‘पंचे’ पहनकर अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कर्मचारी से उनसे कहा कि वह “पतलून पहनकर आएं।”
भाषा
शफीक संतोष
संतोष