formula of 75 will not apply to Modi: नई दिल्ली, Thu, 12 May 2022। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह अभी मंद नहीं पड़ने वाले हैं। वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस बीच उन्होंने किसी विपक्ष के नेता की बात याद करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि दो बार प्रधानमंत्री बनना ही एक शख्स के लिए काफी है। लेकिन मैं दूसरी धातु का बना हूं।
उन्होंने बताया कि, एक दिन एक बड़े नेता मुझसे मिले। वह अकसर राजनीति में हमारा विरोध करते थे लेकिन मैं उनका सम्मान करता हूं। कुछ मामलों में वह मुझसे खुश नहीं थे और इसीलिए वह मुझसे मिलने आए थे। उन्होंने कहा, मोदी जी, आप दो बार देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं। अब आप और क्या चाहते हैं? उनका विचार था कि अगर कोई दो बार प्रधानमंत्री बन गया तो उसे सब कुछ मिल गया।
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formula of 75 will not apply to Modi: प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘उन्हें पता नहीं है कि मोदी किस धातु का बना है। गुजरात की धरती ने उसे बनाया है। मैं किसी काम में ढील देने में विश्वास नहीं रखता। मैं यह नहीं सोचता कि जो होना था हो गया, अब आराम करना चाहिए। मेरा सपना है कि सैचुरेशन, शत प्रतिशत लोगों तक जनहित की योजनाओं को पहुंचाना।’
बता दें कि भाजपा में अभी तक 75 का फार्मूला लागू है लेकिन पीएम मोदी के इस इशारे से ऐसा लग रहा है कि यह फार्मूला उन पर लागू नहीं होगा। पीएम मोदी 2025 में 75 साल के हो जाएंगे। इस बात से यह भी संकेत मिल रहे हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी का चेहरा ही प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर रहेगा।
दरअसल, 2014 में नरेंद्र मोदी ने 75 पार के नेताओं को कैबिनेट में नहीं रखा था। वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी तक को मार्गदर्शक मंडल तक सीमित कर दिया था। उसी दौरान पार्टी में स्पष्ट कर दिया गया था कि चुनाव लड़ने की अधिकतम आयु सीमा 75 साल है।
बीजेपी शासित राज्यों में भी यही फॉर्मूला अपनाया गया। गुजरात में मुख्यमंत्री रहीं आनंदीबेन पटेल को 75 की उम्र पार होते ही कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। उन्होंने यह आयु सीमा पूरी होने से महीने पहले ही पद छोड़ दिया था। फेसबुक पोस्ट में उम्र ही उन्होंने इस्तीफे की वजह बताई थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान किसी नेता के नाम का जिक्र नहीं किया। हालांकि कुछ दिन पहले एनसीपी नेता शरद पवार उनसे मिलने के लिए आए थे और उन्होंने केंद्र की एजेंसियों को लेकर भी मुद्दा उठाया था। शिवसेना नेता संजय राउत और उनके परिवार के लोगों पर ऐक्शन को लेकर भी उन्होंने चर्चा की थी।