गोपेश्वर, 11 जनवरी (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कर्णप्रयाग-सिमाई में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना स्थल का दौरा करने के बाद कहा कि इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का पहला चरण 2026 के अंत तक पूरा हो जाएगा।
कर्णप्रयाग-सिमाई में परियोजना के तहत एक सुरंग बनाई जा रही है।
धामी ने कर्णप्रयाग में संवाददाताओं से कहा, “यह एक अनूठी परियोजना है। आप देख सकते हैं कि पहाड़ियों में सुरंग बनाना कितना मुश्किल है। हालांकि, काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2026 के अंत तक परियोजना का पहला चरण पूरा हो जाएगा।”
उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड के विकास में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा।
धामी 23 जनवरी को होने वाले शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने के लिए कर्णप्रयाग पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि रेल परियोजना पूरी हो जाने के बाद पहाड़ों की यात्रा आसान हो जाएगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
धामी ने कहा कि इससे चारधाम की यात्रा बेहद सुविधाजनक हो जाएगी और रोजगार व स्वरोजगार के नये अवसर खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग की सौगात के जरिये प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के प्रति अपना विशेष प्रेम दिखाया है।
परियोजना अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की लंबाई 125 किलोमीटर है। इस खंड के तहत 16 सुरंगें और 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं।
परियोजना का अधिकांश कार्य दिसंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
कर्णप्रयाग का रेलवे स्टेशन सेवई में बनाया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि गौचर के भट्टनगर से सेवई तक 6.3 किलोमीटर लंबी ‘एस्केप टनल’ का निर्माण 25 दिसंबर को पूरा हो गया और 6.2 किलोमीटर लंबी मुख्य सुरंग का निर्माण इस वर्ष मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अब मुख्य सुरंग पर केवल 695 मीटर काम बाकी है।
परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि सेवई में परियोजना के तहत सड़क पुल और रेल पुल का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।
भाषा जितेंद्र पारुल
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