अयोध्या (उप्र), 12 दिसंबर (भाषा) श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ पर धार्मिक समारोह अगले साल 11 जनवरी को मनाया जाएगा।
अयोध्या में राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह इस साल 22 जनवरी को हुआ था।
राय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”समारोह की तारीख हिंदू परंपराओं के अनुसार तय की गई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य मंदिर के साथ-साथ राम मंदिर परिसर में अठारह नए मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें दशावतार, शेषावतार, निषादराज, शबरी, अहिल्या और संत तुलसीदास को समर्पित मंदिर शामिल हैं।
राय ने कहा कि काम तेजी से आगे बढ़ रहा है और सभी विकास नियोजित तिथियों के अनुरूप हैं।
राय ने भगवान रामलला को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को लेकर फैली अफवाहों का पुरजोर तरीके से खंडन किया।
उन्होंने स्पष्ट किया, ”पिछले 30 वर्षों से रामलला के परिसर में बाहर से कोई भी प्रसाद नहीं लाया गया है।”
उन्होंने कहा, ”भक्तों को वितरित किया जाने वाला प्रसाद मंदिर परिसर के भीतर ही तैयार किया जाता है और इसे विशेष रूप से लंबे समय तक खराब न होने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।”
राय ने बताया कि बाहर का प्रसाद जैसे कि छप्पन भोग, पूरी देखभाल के बाद ही रामलला को समर्पित किया जाता है। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि यदि कोई प्रसाद खराब हो जाता है, तो यह भक्तों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, इसीलिए मंदिर बाहरी प्रसाद चढ़ाने में सावधानी बरतता है।
भाषा सलीम नोमान
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