नयी दिल्ली, 26 नवंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता और नीति निर्माता जैस्मीन शाह की नयी किताब ‘द दिल्ली मॉडल : ए बोल्ड न्यू रोडमैप टू बिल्डिंग अ डेवलप्ड इंडिया’ 15 दिसंबर के आसपास बाजार में दस्तक देगी। पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया ने मंगलवार को ‘आप’ के स्थापना दिवस के मौके पर यह घोषणा की।
‘द दिल्ली मॉडल : ए बोल्ड न्यू रोडमैप टू बिल्डिंग अ डेवलप्ड इंडिया’ में दिल्ली की ‘आप’ सरकार के शासन मॉडल पर प्रकाश डाला गया है, जिसने राष्ट्रीय राजधानी में लोक प्रशासन की नयी परिभाषा गढ़ी है और राष्ट्रीय स्तर पर नीति निर्माण से जुड़ी चर्चाओं को प्रभावित किया है।
प्रकाशन कंपनी ने एक बयान में कहा कि दिल्ली के संवाद एवं विकास आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष शाह ने किताब में शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, वायु प्रदूषण, परिवहन, बिजली और जल आपूर्ति के क्षेत्र में ‘आप’ सरकार की ओर से किए गए सुधारों का लेखा-जोखा पेश करती है।
बयान के मुताबिक, “यह किताब दिल्ली मॉडल की विकास यात्रा बयां करती है, जो मानव पूंजी विकास एवं न्यायसंगत सेवा वितरण को प्राथमिकता देता है और भारत में पारंपरिक रूप से अपनाई जाने वाली जीडीपी-संचालित नीतियों से हटकर है।”
बयान के अनुसार, किताब में दिल्ली मॉडल की तुलना गुजरात मॉडल से करते हुए गुजरात मॉडल की आलोचना की गई है।
बयान के मुताबिक, किताब में शाह ने रेखांकित किया है कि कैसे दिल्ली का लगभग 40 फीसदी बजट शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च किए जाने से एक नया मानदंड स्थापित हुआ है और उन आलोचकों की बोलती बंद हुई है, जो इस तरह की पहल को “मुफ्त की रेवडियां बांटने की परंपरा” के रूप में खारिज करते हैं।
शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अपनी पहली किताब के विमोचन की घोषणा करते हुए रोमांचित हूं। यह किताब एक असंभव कहानी बयां करती है कि कैसे अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में एक राजनीतिक स्टार्टअप ने भारत में शासन को फिर से परिभाषित किया, जिससे शासन के एक नये मॉडल ‘दिल्ली मॉडल’ का जन्म हुआ।”
भारतीय रिजर्व बैंक (आबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मदन लोकुर सबित कई हस्तियों ने किताब की प्रशंसा की है।
भाषा पारुल माधव
माधव