असम विधानसभा का बजट सत्र हंगामे के साथ शुरू हुआ
असम विधानसभा का बजट सत्र हंगामे के साथ शुरू हुआ
गुवाहाटी, पांच फरवरी (भाषा) असम विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन में विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को अपने अभिभाषण को संक्षिप्त करना पड़ा।
कटारिया को 88 पन्नों का अपना अभिभाषण महज तीन मिनट पढ़ने के बाद अंतिम पैराग्राफ पढ़ना पड़ा क्योंकि विपक्षी दल कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित निर्दलीय विधायकों ने उनके अभिभाषण में व्यवधान डालना जारी रखा।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट 12 फरवरी को पेश किया जाएगा।
कटारिया ने जैसे ही अपना अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया और कांग्रेस विधायक कामलाख्या डे पुरकायस्थ ने त्रुटिपूर्ण ऑडियो प्रणाली की तरफ विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का ध्यान आकर्षित किया।
नये विधानसभा भवन में ऑडियो प्रणाली प्रेस दीर्घा सहित सदन के ज्यादातार हिस्सों में सुनी नहीं जा सकती है। नये भवन में विधानसभा का यह दूसरा सत्र है।
विधानसभा अध्यक्ष बिश्वजीत दैमारी ने हालांकि हस्तक्षेप नहीं किया और विपक्षी सदस्यों से बैठने का आग्रह किया।
इसके बाद, विपक्षी सदस्य अपनी सीट पर खड़े हो गए और ऑडियो प्रणाली के बारे में शिकायत करने लगे।
विपक्षी विधायकों के एक वर्ग ने कई मुद्दे उठाये। उनके हाथों में विभिन्न नारे लिखी हुईं तख्तियां थीं। इन नारों में संशोधित नागरिक कानून (सीएए) का विरोध, पुरानी पेंशन प्रणाली लागू करना और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा पर हुए हमले के दोषियों को पकड़ने में नाकामी को लेकर गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग शामिल थी।
राज्यपाल के अपना अभिभाषण जारी रखने के बीच, कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों ने कटारिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए नारेबाजी जारी रखी।
राज्यपाल के सदन से चले जाने पर, विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों को सूचित किया कि अभिभाषण पढ़ा हुआ समझा जाए।
दैमारी ने इसके बाद सदन के सभी सदस्यों को पारंपरिक चाय पार्टी के लिए आमंत्रित किया, लेकिन विपक्ष ने सरकार द्वारा ‘‘लोगों के साथ अन्याय’’ किये जाने को लेकर इसका बहिष्कार किया।
भाषा सुभाष प्रशांत
प्रशांत

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