गुवाहाटी, 11 सितंबर (भाषा) असम के गुवाहाटी में बृहस्पतिवार से शुरू हो रहे ‘ब्रजनाथ शर्मा स्मृति अंतरराज्यीय नाट्य महोत्सव’ में एक बलात्कार पीड़िता की न्याय यात्रा, युवाओं में नशीले पदार्थों का खतरा और लोगों को पेय जल उपलब्ध कराने में भ्रष्टाचार समेत विविध विषयों पर नाटकों का मंचन किया जाएगा।
रंगमंच समूह समाहार नाट्य गोष्ठी द्वारा आयोजित चार दिवसीय महोत्सव के 15वें संस्करण में चार नाटकों का प्रदर्शन होगा, जिसमें प्रसिद्ध नाटककार-अभिनेता सीतानाथ लहकर के नवीनतम नाटक ‘न्याय’ का पहला प्रदर्शन भी शामिल है।
नाट्य महोत्सव समिति के अध्यक्ष ललित शर्मा ने कहा, “हमारे लिए इस महोत्सव के कार्यक्रम की औपचारिक घोषणा करना बहुत खुशी की बात है। गत 14 वर्षों के दौरान यह महोत्सव राज्य का एक अहम सांस्कृतिक आयोजन बन चुका है। अब हमारे कंधों पर यह बड़ी जिम्मेदारी है कि हम इसे पिछले वर्षों की तरह ही शानदार तरीके से सफल बनाएं।”
यह महोत्सव 2007 से ब्रजनाथ शर्मा की स्मृति में आयोजित किया जाता है जिन्हें ‘असमिया चलता फिरता रंगमंच के जनक’ के रूप में जाना जाता है।
वह आधुनिक असमिया रंगमंच के भी अग्रदूत थे और 1933 में राज्य में सह-अभिनय की शुरुआत करने के लिए पहली बार महिलाओं को मंच पर लाए थे।
शर्मा ने कहा कि महोत्सव के अंतिम दिन ‘लिंचिंग’ और बलात्कार के मुद्दों पर लहकर का नया नाटक ‘न्याय’ मंचित किया जाएगा।
ललित शर्मा ने कहा, “ नाटक बलात्कार पीड़िता के सामने आने वाली कठिनाइयों और उससे जुड़े कलंक से वह कैसे निपटती है, इस पर प्रकाश डालेगा। न्याय पाने का संघर्ष आसान रास्ता नहीं है, जिसे नाटक में दर्शाया गया है।”
लहकर के दो अन्य नाटक ‘पीआईएल-99’ और ‘द्रोही’ भी महोत्सव में मंचित किए जाएंगे।
‘पीआईएल-99’ मुख्य रूप से पेयजल के नाम पर व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करता है तथा दिखाता है कि किस प्रकार सत्ताधारी जनता की कानूनी लड़ाई के मार्ग में रोड़े अटकाते हैं।
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नोमान नरेश
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