हैदराबाद, 11 दिसंबर (भाषा) तेलुगु अभिनेता मोहन बाबू के छोटे बेटे मनोज द्वारा जलपल्ली इलाके में उनके घर पर जबरन घुसने के प्रयास किए जाने से मंगलवार को वहां अफरा-तफरी मच गई और घटनाक्रम को कवर कर रहे एक पत्रकार पर भी कथित तौर पर हमला किया गया।
मनोज भी एक अभिनेता है। उन्होंने जबरदस्ती घर के अंदर घुसने की कोशिश की, लेकिन वहां तैनात निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया।
टेलीविजन फुटेज में मोहन बाबू को एक पत्रकार को पीटने की कोशिश करते हुए दिखाया गया। वह पत्रकार ‘माइक्रोफोन’ से इस घटना को कवर कर रहा था और खबरों के अनुसार उसे चोटें आई हैं।
मोहन बाबू के परिवार में मतभेद का यह मामला सोमवार को उस समय खुलकर सामने आ गया जब उन्होंने पुलिस में यह शिकायत दर्ज कराई कि मनोज और उनकी पत्नी ने धमकी एवं बलपूर्वक जलपल्ली स्थित उनके घर पर कब्जा करने की योजना बनाई है।
मनोज ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि वह संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए नहीं बल्कि आत्मसम्मान के लिए लड़ रहे हैं।
मनोज ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अपने पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार और झूठा बताया।
मोहन बाबू के बड़े बेटे विष्णु ने कहा कि पारिवारिक मुद्दे सुलझा लिए जाएंगे।
मोहन बाबू की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पहले ही मनोज और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।
उन्होंने ने सोमवार को अपनी शिकायत में मनोज और उसके द्वारा किराये पर रखे गए कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आठ दिसंबर को उनके आवास पर उपद्रव किए जाने का आरोप लगाया।
मोहन बाबू ने सोमवार को अपनी शिकायत में कहा कि मनोज और उसके द्वारा किराये पर रखे गए कुछ असामाजिक तत्वों ने आठ दिसंबर को उनके आवास पर उपद्रव किया।
मोहन बाबू के अनुसार उनके एक कर्मचारी ने सोमवार को उन्हें बताया कि 30 व्यक्ति उनके घर पर जबरन घुस आए, कर्मचारियों को धमकाया और उन्हें परिसर से बाहर निकाल दिया।
वरिष्ठ तेलुगू अभिनेता ने आरोप लगाया कि मनोज और उनकी पत्नी के निर्देश पर इन लोगों ने उनके घर पर ‘अवैध रूप से’ कब्जा कर लिया।
मोहन बाबू ने पुलिस से मनोज, उनकी पत्नी और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा उन्हें घर से बाहर निकालने का अनुरोध किया।
उन्होंने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस सुरक्षा का भी अनुरोध किया।
पुलिस ने मनोज की शिकायत पर भी मामला दर्ज किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि आठ दिसंबर को 10 अज्ञात लोग घर में घुसे और जब उसने उन्हें देखा तो उन लोगों ने भागने की कोशिश की।
भाषा यासिर मनीषा
मनीषा