हैदराबाद, 31 जनवरी (भाषा) तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले की एक महिला के दुर्लभ तंत्रिका विकार गुलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। यह राज्य में जीबीएस का पहला मामला है।
यह रोग वर्तमान में पुणे और आसपास के क्षेत्रों में फैल रहा है।
शुक्रवार को यहां केआईएमएस अस्पताल द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मरीज का पुणे की यात्रा का कोई इतिहास नहीं है।
इसमें कहा गया है, ‘तेलंगाना के सिद्दीपेट की 25 वर्षीय महिला फिलहाल केआईएमएस अस्पताल में भर्ती है और जीबीएस के संक्रमण की पुष्टि के बाद उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।’
सलाहकार न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रवीण कुमार यादा के अनुसार, ‘महाराष्ट्र के पुणे में इस बीमारी का अधिक प्रसार है और न तो रोगी और न ही परिवार के किसी सदस्य ने वहां की यात्रा की है। बुखार या दस्त के बाद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के गलती से स्वयं के तंत्रिका तंत्र पर हमला करने से जीबीएस रोग होता है।’
महिला को शुरू में एक सप्ताह तक दूसरे अस्पताल में इलाज मिला, लेकिन जब उसकी हालत बिगड़ी तो उसे बेहतर इलाज के लिए केआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
संपर्क करने पर सिद्दीपेट के जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मामला प्रशासन के संज्ञान में नहीं आया है।
पुणे और आस-पास के इलाकों में जीबीएस का प्रकोप संभवतः दूषित जल स्रोतों से जुड़ा है। माना जाता है कि दूषित भोजन और पानी में पाया जाने वाला बैक्टीरिया ‘कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी’ इस प्रकोप का कारण है।
भाषा
शुभम पवनेश
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