नई दिल्ली: अमेरिका ने पिछली बार जब पाकिस्तान को अपने एफ-16 का आधुनिकतम वैरिएंट सौंपा था तब पूरी दुनिया की नजर भारत की तरफ थी। पूरा विश्व जानने को उत्सुक था कि भारत के पास इसका क्या जवाब है। इसी दौरान हमें फ्रांस से राफेल की सप्लाई हुई लेकिन रक्षा क्षेत्र में पूरी दुनिया का ध्यान किसी ने खींचा तो वह था स्वदेश निर्मित तेजस फाइटर प्लेन। तेजस एक बेहद उन्नत फाइटर जेट है जिसके 60 फीसदी कलपुर्जे भारत में ही निर्मित होते है। ऐसे में तेजस को स्वदेशी लड़ाकू विमान कहा जाये तो गलत नही होगा। फरवरी 2019 में तेजस को एयरफोर्स में शामिल किया गया था। तेजस हल्के वजन में बहुत कारगर लड़ाकू विमान है क्योंकि वह 1.6 मैक की स्पीड से उड़ान भरता है।
दरअसल तेजस की चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि आज ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजस की सवारी की है। उन्होंने बेंगलुरु में तेजस से उड़ान भरी। उन्होंने भी तेजस की जमकर तारीफ की। जाहिर तेजस जैसे विमान जिस पर एक नहीं बल्कि देशों ने अपनी दिलचस्पी दिखाई हो वह आखिर अपने प्रदर्शन में पीछे कैसे रह सकता है।
तेजस विमान को हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड ने बनाया है। तेजस को लैंडिंग और टेक आफ के लिए बहुत कम जगह की जरूरत पड़ती है। इसकी वजह से तेजस के लिए हथियार ले जाना बहुत आसान है। तेजस दुर्गम इलाकों में भी आसानी से लैंड कर सकता है। तेजस को रडार से बचने में महारत हासिल है। हवा से हवा और हवा से जमीन दोनों मामलों में हमला करने में तेजस कारगर है। अपनी इन्ही खूबियों की वजह से मलेशिया, कोलंबिया, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और फिलीपींस के अलावा और भी देश तेजस खरीदने में दिलचस्पी ले रहे हैं। तेजस जेट फाइटर एयरक्राफ्ट की अधिकतम रफ्तार करीब 1200 मील प्रति घंटा है। यह 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। पिछले दिनों हेल के साथ हुए एक अनुबंध से मालूम हुआ की एक तेजस की बाजार कीमत करीब 309 करोड़ रुपये है। इसमें टैक्स भी जुड़ा हुआ है।
दरअसल कर्नाटक के बेंगलुरु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लड़ाकू विमान तेजस से उड़ान भरी। आज (25 नवंबर) वह बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमटेड की फैसिलिटी पहुंचे थे। पीएमओ के अनुसार, उन्होंने तेजस की मैन्यूफैक्चिरिंग हब का निरीक्षण किया। उड़ान के बाद पीएम ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं। भारतीय वायुसेना, DRDO और HAL के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/xWJc2QVlWV
— Narendra Modi (@narendramodi) November 25, 2023