पंजाब। पंजाब कांग्रेस की शाख धीरे धीरे कमजोर होती जा रही हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के जाने के बाद सिद्धू की बयान बाजी और फैसलों ने पार्टी को बहुत नुकसान पहुंचाया। बीते दिनों दिग्गज कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी का साथ छोड़ दिया। जिसके बाद राज्य में कांग्रेस की स्थिती पहले से और खराब हो गई।
कांग्रेस का साथ छोड़ने के तुरंत बाद दिग्गज हिंदू नेता सुनील जाखड़ ने भाजपा का दामन थाम लिया। उन्होंने राजधानी दिल्ली में जेपी नड्डा की उपस्थिति में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। बता दें कि सुनील ने कुछ दिन पहले ही अनुशासनहीनता का नोटिस मिलने पर कांग्रेस छोड़ दिया था। इससे पहले गुजरात से कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं। जाखड़ का परिवार करीब 50 साल कांग्रेस में रहा। इस वक्त उनकी तीसरी पीढ़ी से भतीजे संदीप जाखड़ कांग्रेस के विधायक बने हैं।
सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पार्टी के बारें में बात करते हुए कहा कि मुझे इस बात के लिए कटघरे में खड़ा किया गया कि मैंने पंजाब को जाति, धर्म और परसेंटेज के आधार पर न बांटने की बात कही। जाखड़ ने कहा कि मैंने रिश्तों को उसूलों की तरह निभाया है। जब पार्टी अपने सिद्धांत से ही हट जाए तो इसके बारे में सोचना पड़ता है।