कोच्चि, 11 जनवरी (भाषा) कोच्चि ‘जल मेट्रो’ की सफलता के बाद अब देश भर में 18 स्थानों पर पर्यावरण अनुकूल इस नए जल परिवहन मॉडल को दोहराने की तैयारी की जा रही है। कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड ने शनिवार को यह जानकारी दी।
जल मेट्रो का संचालन और रखरखाव करने वाली केएमआरएल ने यहां जारी एक बयान में कहा कि बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय ने उसे विभिन्न क्षेत्रों में इसी प्रकार की जल मेट्रो प्रणालियों की क्षमता का आकलन करने के लिए व्यवहार्यता अध्ययन करने का कार्य सौंपा है।
इसमें कहा गया, ‘हाल ही में अपने निदेशक मंडल से परामर्शदात्री शाखा बनाने की मंजूरी मिलने के बाद केएमआरएल ने प्रारंभिक कार्य के लिए एक आंतरिक समिति गठित की है। जरूरत पड़ने पर इस कार्य के लिए बाहरी विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा।’
उन्होंने कहा कि यह नयी पहल केएमआरएल केरल के नवाचार और विशेषज्ञता के लिए गौरव की एक बात है।
केएमआरएल ने यह भी कहा कि मेट्रो रेल प्रणालियों के समतुल्य अपनी आधुनिक सुविधाओं और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ डिजाइन के साथ, कोच्चि जल मेट्रो ने ‘शहरी जल परिवहन के लिए एक नया मानक स्थापित किया है’।
व्यवहार्यता अध्ययन नदियों, झीलों और तटीय क्षेत्रों में जल मेट्रो सेवाएं स्थापित करने की संभावना पर केंद्रित होगा और संभावित स्थानों में गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी, जम्मू कश्मीर में डल झील व अंडमान और लक्षद्वीप में द्वीपों को जोड़ना शामिल हैं।
केएमआरएल की विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘विचाराधीन अन्य शहर अहमदाबाद (साबरमती), सूरत, मंगलुरु, अयोध्या, धुबरी, गोवा, कोल्लम, कोलकाता, पटना, प्रयागराज, श्रीनगर, वाराणसी, मुंबई, कोच्चि और वसई हैं।’
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शुभम पवनेश
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