कानपुर। Sub Inspector Suspended: उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस की चर्चा इन दिनों हर तरफ हो रही है। जिसे लेकर अब लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी देनी शुरू कर दी है। दरअसल, रंगदारी, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार और अन्य शिकायतों के चलते 3 दिन में 17 पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इस दौरान करीब 7 सब इंस्पेक्टर सहित हेड कांस्टेबल के नाम शामिल है। इसके बाद सभी के खिलाफा जांच शुरू की गई और बाद में उन्हें निंलंबित कर दिया गया।
दरअसल, घाटमपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पतरा निवासी राम लखन तिवारी ने बताया कि उनके प्लॉट पर 24 जुलाई को केवड़िया के रहने वाले ओम प्रकाश यादव निर्माण कार्य करा रहे थे। इस बात की सूचना जैसे ही उन्हें मिली तो वह प्लॉट पर पहुंच गए। कई लोग लाठी-डंडे लिए खड़े हुए थे। उन्होंने गाली-गलौज के साथ धमकाया भी और कहा कि अगर प्लाट चाहिए तो 10 लाख रुपए दे दो नहीं तो जमीन को भूल जाओ। इस पूरे मामले की शिकायत पतारा पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई। इसके बाद संबंधी विवाद में रिश्वत लेने और एक पक्ष के 8 लोगों को बिना जांच के जेल भेजने के आरोप में 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
वहीं एक और मामले में कानपुर के पश्चिमी सर्किल के बिल्हौर थाने में तैनात 2 सब इंस्पेक्टर ने 5 क्विंटल दाल चोरी के मामले में आरोपी के बेटे को छोड़ने के बदले 38 हजार रुपये की रिश्वत ली थी. इसके चलते दोनों को निलंबित कर दिया गया। सिर्फ इतना ही नहीं मामले को निपटाने के लिए पुलिसकर्मियों ने एक पक्ष से 10 हजार और दूसरे पक्ष से 40 हजार रुपये भी वसूले थे। इसके बाद इंस्पेक्टर और एडिशनल इंस्पेक्टर के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई।
Sub Inspector Suspended: बता दें कि इस कार्रवाई में सब इंस्पेक्टर और तीन कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। शहर में पीआरवी में तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने एक शख्स को रोककर उससे वसूली करने की कोशिश की थी। मामले में यह भी बताया गया कि ड्यूटी खत्म होने से पहले पुलिसकर्मी सो जाते हैं। एडिशनल कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि गुरुवार को अलग-अलग मामलों में 17 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, अगर भविष्य में ऐसी शिकायतें आती हैं और जांच में आरोप साबित होते हैं तो यह कार्रवाई जारी रहेगी।