Haldwani violence : आरोपियों की पहचान कर होगी सख्त कार्रवाई, नैनीताल ​कलेक्टर ने PC कर उपद्रवियों को दी चेतावनी

Uttarakhand Ke Haldwani me Hinsha : हिंसा में अबतक दो लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 3 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि की गई है।

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  • Publish Date - February 9, 2024 / 12:05 PM IST,
    Updated On - February 9, 2024 / 12:05 PM IST

Haldwani violence : हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार का काफी बवाल मच गया। मलिका बगीचा स्थित मदरसे व मस्जिद पर प्रशासन के बुलडोजर एक्शन के बाद अराजक तत्वों ने पत्थरबाजी और आगजनी शुरू कर दी। जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिसबल बल तैनात किया गया। उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े। हल्द्वानी में बिगड़े हालातों को देखते हुए कल शुक्रवार को सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया गया है। इसको लेकर प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। हिंसा में अबतक दो लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 3 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि की गई है।

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Haldwani violence : इधर नैनीताल जिलाधिकारी ने बताया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हमारे पास वीडियो रिकॉर्डिंग से लेकर दंगाइयों के अनेक इनपुट हैं, उन सबको एकत्र किया जा रहा है। नुकसान की भरपाई उन्हीं दंगाइयों के द्वारा की जाएगी। जानकारी जुटाने के लिए दंगाइयों के पोस्टर भी जारी किए जाएंगे। पुलिस और प्रशासन ने धैर्य का परिचय दिया है। अवैध अतिक्रमण पर हमारा अभियान रुकने वाला नहीं है। हालात बेकाबू होते देख सीएम ने कड़े निर्देश जारी किए है। पुलिस को दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी हुए हैं।

 

नैनीताल कलेक्टर वन्दना सिंह की पीसी

वन्दना सिंह (डीएम,नैनीताल) ने कहा, ” परिसंपत्तियों के नुकसान में मुख्य रूप से थाना को पूरी तरह से नुकसान हुआ है। भीड़ ने पुलिस स्टेशन को क्षतिग्रस्त कर दिया…यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आरोपियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह सांप्रदायिक घटना नहीं थी। तो इसे सांप्रदायिक या संवेदनशील न बनाया जाए। किसी विशेष समुदाय ने जवाबी कार्रवाई नहीं की…यह राज्य मशीनरी, राज्य सरकार और कानून व्यवस्था की स्थिति को चुनौती देने का एक प्रयास था…शाम को फिर से ब्रीफिंग की जाएगी…”

वन्दना सिंह (डीएम,नैनीताल) ने कहा, “…भीड़ ने थाने को घेर लिया और थाने के अंदर मौजूद लोगों को बाहर नहीं आने दिया गया। उन पर पहले पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम से हमला किया गया। थाने के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई और धुएं के कारण दम घुटने लगा…पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया…”

 

वन्दना सिंह (डीएम,नैनीताल) ने कहा, “हमने डिमोलिशन अभियान जारी रखने का फैसला किया क्योंकि परिसंपत्तियों पर कोई रोक नहीं था, किसी व्यक्ति का अधिकार नहीं था… विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कानूनी प्रक्रिया चल रही है और इसलिए यहां भी ऐसा किया गया। हमारी टीमें और संसाधन मूव हुई और किसो को उकसाया या नुकसान नहीं पहुंचाया गया जिससे जनसंपत्ति की हानि हमारी टीमों (पुलिस और प्रशासन) के माध्यम से हो। अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ… पूरी प्रक्रिया ठीक से होने के बावजूद आधे घंटे के भीतर एक बड़ी भीड़ ने हमारी नगर निगम टीम पर पहला हमला किया…”

वन्दना सिंह (डीएम,नैनीताल) ने कहा, “ये योजना बनाई गई थी कि जिस दिन डिमोलिशन अभियान चलाया जाएगा उस दिन बलों पर हमला किया जाएगा… हमने पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और दूसरी भीड़ जो आई उसके पास पेट्रोल से भरे बोतल थे उसमें उन्होंने आग लाग के फेंकी।..तब तक हमारी टीम ने कोई बल प्रयोग नहीं किया था…

वन्दना सिंह (डीएम,नैनीताल) ने कहा, “होई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई।…..सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए…कुछ ने होई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से डिमोलिशन अभियान चलाया गया। यह कोई पृथक गतिविधि नहीं थी और किसी विशेष परिसंपत्ति को टारगेट करके की गई गतिविधि नहीं थी…”

 

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