झांसी: हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने खाप पंचायत की कहानी और उनके पंचों के फरमान से हर कोई वाकिफ है। समय-समय पर खाप पंचायत के फरमान मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचते हैं, पंचों ने कई ऐसे भी फरमान सुनाएं हैं। जिन्हें जानकर लोग कांप उठते हैं। ऐसा ही एक मामला झांसी के एक गांव से सामने आया है, जहां खाप पंचायत के पंचों ने अंतरजातीय विवाह करने पर नव दंपति को उसके परिवार को समाज से बेदखल कर दिया। वहीं, फिर से समाज में शामिल करने के लिए परिवार वालों को समाज में 5 लाख जमा करने और नवदंपति को पवित्र करने के लिए गौ मूत्र पीने, उससे स्नान करने व गोबर का सेवन का फरमान सुनाया है। हालांकि पंचों के फैसले पर अमल किया जाता, जिला प्रशासन ने हस्तक्षेप करते हुए पंचों के इस फरमान को रद्द कर दिया और समाज के सात ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की है।
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मिली जानकारी के अनुसार प्रेमनगर थाना क्षेत्र के हंसारी ग्वालटोली गांव का है। यहां रहने वाले भूपेश यादव ने लगभग 4 साल पहले 3 जून 2015 को सदर बाजार इलाके में रहने वाली युवती अस्था जैन से विवाह किया था। शादी के बाद दोनों अपने परिजनों के साथ रहने लगे थे। लेकिन समाज के ठेकेदारों को ये बात पची नहीं और उन्होंने भूपेश के परिजनों को सामाजिक कार्यक्रमों में आमंत्रित करना बंद कर दिया। समाज में शामिल होने के लिए भूपेश के परिजनों ने कई बार गुहार लगाई। बहुत निवेदन के बाद पंचों ने बैठक बुलाई और समाज में शामिल करने के लिए युवती को गौ मूत्र पीना होगा और उससे स्नान करना होगा, यही नहीं गोबर के सेवन की भी शर्त रखी गई। इतना ही नहीं इस सब के बाद उन्हें पांच लाख रुपए अर्थ दंड भी देना होगा।
वहीं, दूसरी ओर पंचों के इस फरमान के बारे में जब जिला प्रशासन को जानकारी मिली तो अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर पंचायत के फरमान को खारिज कर दिया। वहीं, पंचों को दोबारा ऐसा करने पर कड़ी कार्रवाई से करने की चेतावनी दी है। अफसरों ने युवक-युवती व उसके परिजनों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है।