नई दिल्लीः Lady Left IAS husband for Husband गुजरात में एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की पत्नी की सुसाइड के बाद मौत का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। खासकर प्रशासनिक अधिकारियों के बीच यह घटना सुर्खियों में इसलिए है कि वह नौ महीने पहले एक गैंगस्टर के साथ फरार हो गई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि आईएएस की पत्नी ने घर वापस आते ही खुदकुशी कर ली। हालांकि, उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। अब इस पूरे मामले को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। आईएएस अफसर की पत्नी और दो बच्चों की मां को आखिर खुदकुशी की जरूरत क्यों पड़ गई? तो चलिए समझते हैं कि आखिर पूरी कहानी क्या है?
Lady Left IAS husband for Husband मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि गुजरात विद्युत विनियामक आयोग के सचिव 2005 बैच के आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार की शादी करीब 20 साल पहले सूर्या नाम की महिला के साथ हुई थी। शादी के बाद कुछ दिनों तक तो सब सही चला। उनके दो बच्चे, एक बेटा और बेटी है, जो अपने पिता के साथ रहते हैं। फिर दोनों के रिश्ते में खटास आने लगी। आए दिन झगड़ा होता रहता था। रंजीत को उसके अवैध संबंधों के बारे में पता चल चुका था। यही वजह है कि सूर्या एक दिन अपने पति का घर छोड़कर गुजरात से अपने गृह राज्य तमिलनाडु आ गई। वहां अपने प्रेमी राजा के साथ रहने लगी।
उसका प्रेमी कोई सीधा साधा शख्स नहीं, बल्कि सूबे का सबसे कुख्यात गैंगस्टर है। हत्या और हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर अपराधों में वांछित है। राजा ने सूर्या को झांसा दिया कि वो अपने पति को छोड़कर आ जाए। दोनों मिलकर कोई बिजनेस शुरू कर लेंगे। सूर्या के पास अच्छी खासी प्रॉपर्टी है, उसके प्रेमी की उस पर नजर थी। वो चहता था कि वो उसे बेंचकर उसे पैसे दे दे, जिससे वो कोई बिजनेस शुरू कर सके। अभी दोनों बिजनेस की प्लानिंग कर ही रहे थे कि पुलिस ने हत्या के एक पुराने में राजा को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एक अपराधी को अपने घर में शरण देने के आरोप में सूर्या के खिलाफ भी केस दर्ज कर दिया गया। वो पूरी तरह अकेली पड़ गई। कानूनी लड़ाई लड़ने और बिजनेस की तैयारियों में हुए खर्चों की वजह से उसे आर्थिक नुकसान सहना पड़ा था।
इस दौरान जब पैसे कम पड़ने लगे तो उसने लक्ष्मी से कोर्स की फीस भरने में मदद करने का आग्रह किया, लेकिन उसने साफ इनकार कर दिया। उल्टे उसने कहा कि यदि उसे पैसे चाहिए तो वो अपनी बची हुई संपत्ति भी उसे बेंच दे। इस पर सूर्या नाराज हो गई। इसी बीच 11 जुलाई को लक्ष्मी के लड़के का अपहरण हो गया। उसने इसका आरोप सूर्या पर लगाते हुए केस दर्ज करा दिया। बच्चे को छोड़ने के एवज में 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई, लेकिन मदुरै पुलिस ने लड़के को सकुशल बरामद कर लिया। इसके बाद पुलिस ने सूर्या समेत आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस से बचते हुए सूर्या इधर-उधर भागने लगी। विपत्ति के इस समय में आखिरकार उसे अपने परिवार और पति का ख्याल आया। उसे लगा कि उसका पति आईएएस अफसर है, शायद वो उसे इन कानूनी पचड़ों में पड़ने से बचा ले। यहीं सोचकर वो गांधीनगर स्थित अपने घर पहुंच गई। लेकिन इधर पति ने तो कुछ दूसरा ही प्लान कर लिया था। वो अपनी पत्नी से छुटकारा पाने के लिए तलाक लेने की सोच चुके थे। तलाक की याचिका दायर करने की प्रक्रिया में थे। उनको सूर्या के खिलाफ दर्ज केस का भी पता चल चुका था। यही वजह है कि गार्ड ने घर में जाने से रोक दिया।
अब अपनी समस्याओं का कोई अंत न देखकर सूर्या ने घर के बाहर ही जहर खा लिया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस मामले की जांच कर रही पुलिस को एक पत्र मिला, जिसे सूर्या ने लिखा था। उसने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को संबोधित इस पत्र को तमिल में लिखा है, जिसमें उसने अपनी सारी कहानी कही है। पति से अलगाव से लेकर प्रेमी से मिले धोखे तक की बातें दर्ज हैं। उसने लिखा है कि वो अपने पति से माफी मांगने आई थी, जो एक नेक इंसान हैं और अपने बच्चों की अच्छे से देखभाल करते हैं।