2000 का नोट वापस लेने से अर्थव्यवस्था पर कितना प्रभाव पड़ेगा, जानें नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष ने क्या कहा…

How will the withdrawal of 2000 note affect the economy, know what the former Vice Chairman of NITI Aayog said on the statement…

  •  
  • Publish Date - May 20, 2023 / 01:36 PM IST,
    Updated On - May 20, 2023 / 06:37 PM IST

Statement of the Ex vice chairman of NITI Aayog on the closure of 2000 note : नई दिल्ली। नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगड़िया ने कहा है कि 2000 का नोट वापस मंगाने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले से अर्थव्यवस्था पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि ऐसे वापस हुए नोटों के स्थान पर उसी कीमत में कम मूल्यवर्ग के नोट जारी कर दिए जाएंगे।

read more : अनोखी शादी! दुल्हन के हाथों में मेहंदी और दूल्हे के हाथ में सजी हथकड़ी, पहरों के बीच सात जन्मों के बंधन में बंधा प्रेमी जुगल 

Statement of the Ex vice chairman of NITI Aayog on the closure of 2000 note : पनगड़िया ने कहा कि इस कदम के पीछे संभावित मकसद अवैध धन की आवाजाही को और मुश्किल बनाना है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “हम इसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं देखेंगे। 2,000 के नोट की कितनी भी राशि को बराबर कीमत में कम मूल्यवर्ग के नोटों से बदल दिया जाएगा या जमा कर दिया जाएगा। इसलिए धन प्रवाह पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।”

read more : कप्तानी मिलती तो भी नहीं लेता… भारतीय टीम के इस खिलाड़ी के बयान ने मचाया हड़कंप 

पनगरिया ने कहा कि 2,000 रुपये के नोट वर्तमान में जनता के हाथों में कुल नकदी का केवल 10.8 प्रतिशत हैं और इसमें से भी ज्यादातर राशि का उपयोग संभवत: अवैध लेनदेन में होता है। आरबीआई ने शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। इस मूल्य के नोट बैंकों में जाकर 30 सितंबर तक जमा या बदले जा सकेंगे। आरबीआई ने शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे।

 

और भी लेटेस्ट और बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें