कोयंबटूर, 24 जनवरी (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने रविवार को द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन पर छल करने का आरोप लगाया जो हाल में एक तस्वीर में भगवान मुरुगा के भाले जैसे हथियार, ‘वेल’ के साथ नजर आये थे। पलानीस्वामी ने आरोप लगाया कि दिव्य प्रतीक पर विपक्ष के नेता की नजर अब इसलिए गई है क्योंकि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं।
अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेता ने यहां अपने अभियान के दूसरे दिन द्रमुक प्रमुख की ‘वेल’ के साथ एक तस्वीर की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह एक ‘‘छल करने वाला कृत्य’’ है।
तमिलनाडु में अप्रैल या मई की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।
पलानीस्वामी ने कहा कि अन्नाद्रमुक ने सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान किया है लेकिन द्रमुक के साथ ऐसा नहीं है जो इस तरह के मामलों में ‘छल’ में लिप्त रही है।
स्टालिन पर ‘छल’ करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि स्टालिन बाहरी दुनिया के लिए कोई बात कहते हैं, लेकिन वह अपने दिल से यह जानते हैं कि यह उनकी प्रतिबद्धता नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘भगवान आपको वरदान नहीं देंगे यदि आप केवल भगवान मुरुगा का वेल लेते हैं। वरदान केवल अन्नाद्रमुक के लिए होगा।’’
द्रमुक पर लंबे समय से भाजपा और हिंदू मुन्नानी द्वारा हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया जाता रहा है। हिंदू मुन्नानी तमिलनाडु में संघ परिवार का एक संगठन है।
हाल ही में, स्टालिन ने भाजपा और मुन्नानी को यह ‘धारणा’ बनाने की कोशिश करने के लिए आड़े हाथ लिया था कि उनकी पार्टी हिंदुओं के खिलाफ है। द्रमुख प्रमुख ने कहा था, ‘‘यह सच्चाई नहीं है।’’
पलानीस्वामी ने आरोप लगाया, ‘‘चूंकि चुनाव नजदीक हैं, अब उन्हें (स्टालिन को) वेल दिख रहा है, इससे पहले उन्हें यह नहीं दिख रहा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भगवान आपको (द्रमुक) चुनाव के जरिये उचित सजा देंगे।’’
शनिवार को द्रमुक कार्यकर्ताओं ने तिरुवल्लुर जिले में पार्टी के एक कार्यक्रम में स्टालिन को चांदी से बना एक ‘वेल’ भेंट किया था।
पलानीस्वामी ने कहा कि वह उनकी पार्टी थी जिसने भगवान मुरुगा के भक्तों के लंबे समय के अनुरोध पर ‘‘ताई पूसम’ उत्सव के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था।
भाषा अमित पवनेश
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