Smooch Cabs Service : कार में रोमांस करने के लिए यहां शुरू हुई खास सर्विस, कोई नहीं करेगा डिस्टर्ब, जानिए कितना देना होगा चार्ज?

कार में रोमांस करने के लिए यहां शुरू खास सर्विस, कोई नहीं करेगा डिस्टर्ब, Special service started here for romancing in car, no one will disturb

Smooch Cabs Service : कार में रोमांस करने के लिए यहां शुरू हुई खास सर्विस, कोई नहीं करेगा डिस्टर्ब, जानिए कितना देना होगा चार्ज?
Modified Date: April 6, 2025 / 02:58 pm IST
Published Date: April 6, 2025 2:48 pm IST

बेंगलुरुः Smooch Cabs Service  सोचों चलती कार में रोमांस की आजादी का मौका मिल जाए तो क्या होगा? शायद आपका जवाब होगा कि ओला और उबर को छोड़ सब इसी का उपयोग करने लग जाए। कार में रोमांस की आजादी वाली कैब सर्विस भी अब शुरू हो गई है। ये खबर आपको विदेश की लग रही होगी, लेकिन यह भारत में ही है।

Read More : Devar Bhabhi Affairs Case: पति बना रहा था भाभी के साथ संबंध, पत्नी ने देख लिया हमबिस्‍तर… दो बच्चों के साथ उठाया ये खौफनाक कदम

Smooch Cabs Service  दरअसल, यह कैब सर्विस कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में शुरू हुई है। ट्रैफिक जाम के लिए मशहूर शहर में एक प्राइवेट कैब सर्विस ने ‘Smooch Cabs’ की शुरुआत की है। यह सर्विस को लेकर सुर्खियों में है। हर दिन ट्रैफिक की मार झेलने वाले लोगों की नाराजगी इससे थोड़ी कम हो सकती है, खासकर कपल के लिए। ओला, उबर या रैपिडो की तरह Smooch Cabs का उद्देश्य डेस्टिनेशन तक पहुंचना नहीं है। इसके बजाय यह कैब कपल्स को लंबी और बिना रुकावट वाली ड्राइव पर ले जाती हैं, जिससे के वे एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकें।

 ⁠

Read More : Raipur Central Jail: कैदियों के पुनर्वास की दिशा में अनूठी पहल, रायपुर जेल में खुले थिएटर! बंदियों को दिखाई गई देश प्रेम से ओतप्रोत फिल्म 

नया ट्रेंड या सांस्कृतिक चिंता?

Smooch Cabs की शुरुआत के बाद से यह सेवा उन कपल्स के बीच लोकप्रिय हो गई है, जो सामाजिक नैतिकता और पुलिसिंग से बचने के लिए इस सेवा का इस्तेमाल करना चाहते हैं। लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने इस पर चिंता जताई है। पुलिस का कहना है कि कुछ कारें ट्रैफिक के दौरान रुक जाती हैं, जो स्थिति को और भी मुश्किल बना देती हैं। इस ट्रेंड ने ऑटो-रिक्शा ड्राइवरों को भी प्रेरित किया है। उन्होंने भी ‘प्राइवेट राइड्स’ ऑफर करना शुरू कर दिया है। हालांकि, इस सेवा को लेकर हर कोई खुश नहीं है। कई लोगों का मानना है कि यह भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ है और कुछ लोग तो इस सेवा पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कर रहे हैं।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।