नई दिल्ली: ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा के अध्यक्ष यानी स्पीकर चुने गए है। आज सुबह ध्वनि मत से उनका चुनाव हुआ जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उन्हें आसंदी तक पहुंचाकर उनका अभिवादन किया।
स्वागत भाषण में पीएम मोदी ने जहां उनकी जमकर तारीफ की तो वही नेता विपक्ष और सांसद राहुल गाँधी ने उनसे मदद की अपील करते हुए उम्मीद जताई कि उन्हें इस बार सदन में बोलने दिया जाएगा। सभी सदस्यों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं भी प्रेषित की। बहरहाल इस औपचारिकता के बाद स्पीकर ओम बिरला अपने पुराने रंग में नजर आएं। उन्होंने कांग्रेस की पूर्ववर्ती इंदिरा सरकार पर निशाना साधा और आपातकाल का जिक्र किया।
लोकसभा स्पीकर ने कहा, “तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया और बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाये गये संविधान पर हमला किया। भारत को पूरी दुनिया में लोकतंत्र की जननी के तौर पर जाना जाता है। भारत में हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों और बहस का समर्थन किया गया है। लोकतांत्रिक मूल्यों की सदैव रक्षा की गई है, उन्हें सदैव प्रोत्साहित किया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “ऐसे भारत पर इंदिरा गांधी ने तानाशाही थोपी थी। भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटा गया। इमरजेंसी के दौरान भारत के नागरिकों के अधिकार नष्ट कर दिए गए। नागरिकों से उनकी आजादी छीन ली गई। ये वो दौर था जब विपक्ष के नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया, पूरे देश को जेलखाना बना दिया गया था।”
बस फिर क्या था। स्पीकर के इन्ही बयानों के बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर समेत सत्ता पक्ष के नेताओं ने इमरजेंसी को लेकर 2 मिनट का मौन रखा, लेकिन विपक्ष की नारेबाजी जारी है। फिलहाल लोकसभा को गुरुवार (27 जून) तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।