नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) भारतीय अंतरिक्ष उद्योग ने बुधवार को श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से इसरो के 100वें मिशन के तहत एक उन्नत नेविगेशन उपग्रह के सफलतापूर्वक प्रक्षेपण की सराहना की और इसे एक निर्णायक क्षण बताया तथा पांच वर्षों में अगले 100 और प्रक्षेपण करने का संकल्प जताया।
इसरो ने बुधवार को अपने ऐतिहासिक 100वें मिशन के तहत एक उन्नत नेविगेशन उपग्रह का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया।
भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (आईएनएसपीएसीई) के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने कहा, ‘‘यह भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण की दशकों पुरानी विरासत को दर्शाता है और हमारे भविष्य के संकल्प को भी दर्शाता है। निजी प्रक्षेपणों के साथ-साथ, मैं अगले पांच वर्षों में अगले 100 प्रक्षेपणों को देखने के लिए उत्सुक हू।’’
हैदराबाद स्थित अनंत टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के सीएमडी सुब्बा राव पावुलुरी ने कहा कि 100वां प्रक्षेपण न केवल इसरो की तकनीकी क्षमता का उत्सव है, बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की बढ़ती क्षमताओं का भी प्रदर्शित करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में हमें इसरो के अनेक मिशनों में योगदान देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जहां हमने अत्याधुनिक वैमानिकी, प्रणालियां और समाधान उपलब्ध कराए हैं, जिन्होंने इन प्रयासों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
गोदरेज एंटरप्राइजेज समूह की इकाई एयरोस्पेस ने कहा कि सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसरो का 100वां मिशन प्रक्षेपण भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण है।
अंतरिक्ष क्षेत्र की स्टार्ट-अप कंपनी स्काईरूट एयरोस्पेस के सह-संस्थापक और सीईओ पवन चंदना ने कहा, ‘‘इसरो ने दशकों में जो क्षमताएं और बुनियादी ढांचा तैयार किया है, उसी के कारण स्काईरूट एयरोस्पेस वह सब करने में सक्षम है जो हम करते हैं।’’
चंदना ने कहा, ‘‘भारत के लिए आपके योगदान को सलाम! हम अगले 100 प्रक्षेपणों में अपनी भूमिका निभाने के लिए तत्पर हैं।’’
भाषा
देवेंद्र माधव
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