नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (भाषा) नयी दिल्ली विधानसभा सीट पर कड़ा चुनावी मुकाबला होने की संभावना है, जहां मौजूदा विधायक और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे मैदान में होंगे।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे परवेश वर्मा ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उन्हें नयी दिल्ली सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। कांग्रेस ने इस सीट पर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में संदीप दीक्षित के नाम की घोषणा की है। संदीप तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के बेटे हैं।
इससे पहले, शुक्रवार को एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने उन अफवाहों को खारिज कर दिया कि वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में नयी दिल्ली सीट छोड़कर किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र में जाने वाले हैं।
जब केजरीवाल से सीट बदलने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘कोई बदलाव नहीं होगा। मैं नयी दिल्ली सीट से और मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी से चुनाव लड़ेंगी।’’
आप सुप्रीमो ने खुद को ‘‘आम आदमी’’ बताया तथा दीक्षित और वर्मा के बारे में कहा कि वे पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके केजरीवाल ने कहा कि नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में मुकाबला ‘‘(पूर्व) मुख्यमंत्रियों के बेटों और आम आदमी’’ के बीच होगा।
लोकसभा में पश्चिमी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके वर्मा ने कहा, ‘‘मेरी पार्टी ने मुझे नयी दिल्ली सीट से तैयारी करने को कहा है।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा उम्मीदवारों की सूची अभी जारी होनी है।
वर्मा ने दावा किया कि केजरीवाल ने 2013 से विधानसभा में तीन बार नयी दिल्ली क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद अपने वादे पूरे नहीं किए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा नयी दिल्ली सीट जीतेगी।
आप प्रमुख ने 2013 के विधानसभा चुनावों में नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 25,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था।
वर्ष 2015 में केजरीवाल नयी दिल्ली सीट पर भाजपा उम्मीदवार को 31,000 से अधिक मतों से हराया। 2020 के चुनावों में उनकी जीत का अंतर घटकर 2,000 वोट रह गया।
भाषा आशीष रंजन
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