कांग्रेस चिंतन शिविरः सोनिया की नसीहत, दिनरात पसीना बहाना सीखें कांग्रेसी

इस शिविर में देशभर के 450 से अधिक सीनीयर कांग्रेसी शामिल हुए हैं। राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, सोनिया गांधी इस मीटिंग की मुख्य वक्ता हैं। अशोक गहलोत ने अपने भाषण में कहा भाजपा ईडी, सीबीआई का बेजा दुरुपयोयग कर रही है। इस वजह से कई नेताओं को परेशान किया जा रहा है।

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  • Publish Date - May 13, 2022 / 03:29 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:14 PM IST

उदयपुर से आईबीसी-24 के लिए राजेश मिश्रा

 

congress chintan shivir news: उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर में सोनिया गांधी सख्त नजर आई। उन्होंने अपने भाषण की  शुरुआत कांग्रेसियों को नसीहत सी की। उन्होनों कहा दिनरात पसीना बहाने के लिए कांग्रेसीजनों को तैयार रहना  होगा। पार्टी में निराशा का माहौल नहीं होना चाहिए। पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के तेवर कड़े नजर आए।

 

450 से अधिक नेता हैं शामिल

 

इस शिविर में देशभर के 450 से अधिक सीनीयर कांग्रेसी शामिल हुए हैं। राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, सोनिया गांधी इस मीटिंग की मुख्य वक्ता हैं। अशोक गहलोत ने अपने भाषण में कहा भाजपा ईडी, सीबीआई का बेजा दुरुपयोयग कर रही है। इस वजह से कई नेताओं को परेशान किया जा रहा है। शिविर में सोनिया गांधी के कड़े तेवर देख कई नेताओं में उत्साह नजर आया तो कइयों ने भय दिखा। सोनिया गांधी ने कहा वक्त अत्यधिक सक्रियता का है।

 

देश के हालात में लोग कांग्रेस की ओर देख रहे

 

पार्टी के सीनियर नेताओं ने भी इस मौके पर भाषण दिए। लगभग साढ़े 4 सौ कांग्रेसियों से खचाखच भरे इस मीटिंग हॉल में सोनिया की स्पीच शुरू होते ही पिनड्रॉप साइलेंस आ गया। सभी कांग्रेसी गौर से उनकी बात सुनने लगे। उन्होंने पहले कांग्रेस में उत्साह का संचार किया।  इसके बाद वे नसीहत की ओर आईं। उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा कांग्रेसियों को मेहनत बढ़ानी होगी। जो जितना ज्यादा पसीना बहा सकेगा वह उतना आगे निकलेगा। पार्टी में एक्टिवनेस की भारी जरूरत है। हर छोटे-बड़े कार्यकर्ता को एक साथ होकर आगे आना होगा।

हमे सुधारों की भी जरूरत है

 

कांग्रेस संगठन से लचीलापन अपनाने की उम्मीद की जा रही है। आज कांग्रेस के सामने नई परिस्थिति है। इसका हमें सब को मिलकर सामना करना होगा। 13 मई से शुरू हुए इस चिंतन शिविर का समापन 15 मई 2022 को होगा। मीटिंग से मीडिया को दूर रखा गया है। मीटिंग स्थल से दूर मीडिया ब्रीफिंग सेंटर बनाया गया है। यहां देर से सूचनाएं दी जा रही हैं।