नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) कांग्रेस ने मेडिकल कॉलेजों द्वारा संकाय की भर्ती के मानदंडों में ढील देने संबंधी खबर को लेकर सोमवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की स्थापना बड़ी उम्मीदों के साथ की गई थी, लेकिन इसके द्वारा उठाए गए कुछ कदम चौंकाने वाले हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक खबर साझा की जिसमें दावा किया गया कि आयोग ने गैर-शिक्षण सलाहकार चिकित्सकों और डिप्लोमा धारकों को मेडिकल कॉलेज संकाय के रूप में नियुक्त करने के लिए नियमों को सरल बनाने का प्रस्ताव दिया है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सबसे पहले, मोदी सरकार ने नीट-पीजी के माध्यम से स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कट-ऑफ प्रतिशत कम कर दिया है। अब यह मेडिकल कॉलेजों द्वारा संकाय की भर्ती के मानदंडों में ढील देता है।’’
रमेश ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की स्थापना सितंबर 2020 में संसद के एक अधिनियम द्वारा बड़ी उम्मीदों के साथ की गई थी कि गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा का विस्तार होगा। लेकिन इसके द्वारा उठाए गए कुछ कदम चौंकाने वाले हैं।’’
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