नयी दिल्ली, 13 जनवरी (भाषा) सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति संवेदनशील लेकिन स्थिर है।
जनरल द्विवेदी ने सेना दिवस से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र में थोड़ा बहुत गतिरोध अभी भी बना हुआ है और भारतीय एवं चीन की सेनाओं के बीच विश्वास बहाली के लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है।
सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने कहा कि देपसांग और डेमचोक में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त और जानवरों की चराई शुरू हो गई है, जो दो टकराव वाले क्षेत्र थे और जहां से दोनों पक्ष अक्टूबर में पीछे हट गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी तैनाती संतुलित और ठोस है और हम किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं।’’
सेना प्रमुख ने एलएसी की समग्र स्थिति पर कहा, ‘‘हम सीमा बुनियादी ढांचे और क्षमता विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’
जम्मू कश्मीर की स्थिति पर उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में है और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम समझौता कायम है।
साथ ही सेना प्रमुख ने कहा कि घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं और पाकिस्तान की तरफ आतंकी ढांचा बरकरार है। उन्होंने कहा कि पिछले साल मारे गए 60 प्रतिशत आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के थे।
मणिपुर के बारे में सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने कहा कि सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों और सरकार की सक्रिय पहलों से राज्य में स्थिति नियंत्रण में आ गई है।
हालांकि, सेना प्रमुख ने कहा कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं जारी हैं और सशस्त्र बल क्षेत्र में शांति लाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि म्यांमा में स्थिति के किसी भी प्रभाव की आशंका से निपटने के लिए भारत-म्यांमा सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
भाषा अमित मनीषा
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