नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर उनकी उस टिप्पणी के लिए निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्ष न केवल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नामक राजनीतिक संगठन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), बल्कि ‘इंडियन स्टेट’ से भी लड़ रहा है।
उन्होंने आश्चर्य जताया कि राहुल गांधी फिर अक्सर भारतीय संविधान की प्रति को अपने हाथ में लेकर क्यों घूमते हैं।
राहुल ने इससे पहले, राष्ट्रीय राजधानी के कोटला रोड पर 9ए स्थित कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के बाद पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें कोई निष्पक्षता नहीं है। यदि आप मानते हैं कि हम भाजपा नामक एक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं या हम आरएसएस नामक एक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं तो आप नहीं समझ पाए हैं कि क्या हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और आरएसएस ने हमारे देश के प्रत्येक संस्थान पर कब्जा कर लिया है। अब हम सिर्फ भाजपा नामक राजनीतिक संगठन और आरएसएस से नहीं, बल्कि ‘इंडियन स्टेट’ से भी लड़ रहे हैं।’’
राहुल गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीतारमण ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘संविधान की शपथ लेने वाले नेता प्रतिपक्ष अब कह रहे हैं कि अब हम भाजपा, आरएसएस और ‘इंडियन स्टेट’ से लड़ रहे हैं।’’
उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा, ‘‘फिर, कांग्रेस और राहुल गांधी, आप अपने हाथ में संविधान की प्रति लेकर क्यो घूमते रहते हैं?’’
इससे पहले, गांधी ने हालिया विधानसभा चुनावों का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान करने वालों के नाम और पते के साथ मतदाता सूची उपलब्ध कराने से इनकार कर रहा है, जबकि पारदर्शी होना उसका कर्तव्य है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘मैंने स्पष्ट रूप से कहा है कि महाराष्ट्र चुनाव में कुछ गलत हुआ है। हम चुनाव आयोग के काम करने के तरीके से असहज हैं। महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच अचानक करीब एक करोड़ नये मतदाताओं का सामने आना समस्या की बात है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘चुनाव आयोग मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने से क्यों इनकार करेगा? हमें सूची न देकर किस उद्देश्य की पूर्ति होती है और वे इसे क्यों रोके हुए हैं?’’
राहुल गांधी के अनुसार, पारदर्शिता सुनिश्चित करना निर्वाचन आयोग का कर्तव्य है और यह बताना उनकी पवित्र जिम्मेदारी है कि ऐसा क्यों हुआ है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह ऐसी बात है जिसे हर कांग्रेसी और हर विपक्षी सदस्य को ध्यान में रखना चाहिए। हमारी चुनाव प्रणाली में एक गंभीर समस्या है। पारदर्शी होना चुनाव आयोग का कर्तव्य है।’’
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र माधव
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