ब्रिटेन के ग्रेट टॉरिंगटन में सिस्टर निवेदिता की 155वीं जयंती मनाई गई

ब्रिटेन के ग्रेट टॉरिंगटन में सिस्टर निवेदिता की 155वीं जयंती मनाई गई

ब्रिटेन के ग्रेट टॉरिंगटन में सिस्टर निवेदिता की 155वीं जयंती मनाई गई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: October 29, 2022 7:43 pm IST

कोलकाता, 29 अक्टूबर (भाषा) सामाजिक कार्यकर्ता, लेखिका और स्वामी विवेकानंद की शिष्या सिस्टर निवेदिता को उनकी 155वीं जयंती पर ब्रिटेन के डेवोनशायर के ग्रेट टॉरिंगटन में उनकी कब्र पर श्रद्धांजलि दी गई और स्थानीय अधिकारियों ने पहली बार उनकी प्रतिमा को माला पहनाई।

‘द सिस्टर निवेदिता सेलिब्रेशन कमेटी, यूके’ की शारदा सरकार ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 19वीं सदी की सिस्टर निवेदिता का 28 अक्टूबर को आयोजित जयंती समारोह इस मायने में उल्लेखनीय है कि यह मुख्य रूप से टोर्रिज जिला और ग्रेट टॉरिंगटन जिला परिषदों द्वारा समिति की ओर से आयोजित किया गया था।

सरकार ने कहा, ‘‘डेवोनशायर लंदन से बहुत दूर है और लोग इस बार समारोह में शामिल नहीं हो सके। इसलिए जिला परिषद ने हमारी ओर से इसका आयोजन यहां किया था।’’

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निवेदिता ने अपने बचपन का काफी समय ग्रेट टॉरिंगटन में बिताया था और उनकी अस्थियां भारत से प्रख्यात वैज्ञानिक सर जे. सी. बोस ने यहां ब्रिटेन में मे विल्सन को लगभग एक सदी पहले भेजी थीं। सिस्टर निवेदिता की 1911 में दार्जिलिंग में मृत्यु हो गई थी।

सिस्टर निवेदिता आयरलैंड की महिला थीं, जिनका मूल नाम मार्ग्रेट एलिजाबेथ नोबेल था।

मेयर डग स्मिथ ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और आयरिश मूल की शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता के बारे में बात की।

सिस्टर निवेदिता ने भारत में महिलाओं के सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और वह अपनी मृत्यु तक 13 साल यहां रही थीं।

भाषा

देवेंद्र सुरेश

सुरेश


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