सिक्किम में उच्च जोखिम वाली छह हिमनद झीलों पर दो सप्ताह का अध्ययन शुरू

सिक्किम में उच्च जोखिम वाली छह हिमनद झीलों पर दो सप्ताह का अध्ययन शुरू

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  • Publish Date - August 31, 2024 / 04:01 PM IST,
    Updated On - August 31, 2024 / 04:01 PM IST

नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा) सिक्किम में उच्च जोखिम वाली छह हिमनद झीलों के आकार, गहराई आदि का आकलन करने के लिए शनिवार को एक पखवाड़े का अध्ययन शुरू किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के आदेश पर किए जा रहे हिमनद झील संवेदनशीलता आकलन अध्ययन (जीएलएसएएस) से झीलों के भौतिक आयामों को चिह्नित करने में मदद मिलेगी।

अध्ययन में ‘इलेक्ट्रिकल रेजिस्टीविटी टोमोग्राफी सर्वे’ (ईआरटी) और ‘ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार’ (जीपीआर) का उपयोग करके बांधों का भू-भौतिकीय आकलन किया जाएगा, ताकि इसकी स्थिरता और संभावित जोखिम कारकों का मूल्यांकन किया जा सके।

अधिकारियों ने कहा कि मंगन जिले में इस अभियान का उद्देश्य उच्च जोखिम वाली तेनचुंगखा, खांगचुंग छो, लाचेन खांगत्से, लाचुंग खांगत्से, ला त्सो और शाको छो हिमनद झीलों की संवेदनशीलता का विस्तृत आकलन करना है।

उन्होंने कहा कि अगर समय मिला तो कुछ अन्य झीलों का भी तेजी से आकलन किया जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि अध्ययन के दौरान व्यापक स्तर पर जान-माल के खतरों का आकलन करने के लिए हिमनद झील की ढलानों की स्थिरता का आकलन किया जाएगा।

भाषा

शफीक अविनाश

अविनाश