अयोध्या : अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले कथित तौर पर उनकी खुली आंखों वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर आ जाने के बाद शनिवार को मामले की जांच की मांग की। मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास ने कहा, ‘‘प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान रामलला की मूर्ति की आंखें प्रकट नहीं की जा सकतीं। आंखें प्रकट करने वाली मूर्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हुईं, इसकी जांच होनी चाहिए।’’ विश्व हिंदू परिषद और मंदिर न्यास के पदाधिकारियों ने कोई भी तस्वीर जारी करने से इनकार किया है।
राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा में अब कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं। अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य बनाई गई हैं और सीमाएं सील कर दी गई हैं। वहीं. लखनऊ में भी धारा 144 लगा दी गई है। सरकार ने मीडिया प्लेटफॉर्म्स को लेकर गाइडलाइंस जारी किया है। पूरी अयोध्या अभेद्य किले के रूप में नजर आएगी। इसके साथ ही लखनऊ में भी धारा 144 लागू कर दी गई है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान परिसर और आगंतुकों की उच्च स्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अयोध्या में भव्य राम मंदिर को कठोर सुरक्षा विवरणों से ढंक दिया गया है।