नई दिल्लीः Sharad Yadav was influenced by Lohia’s ideas जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का निधन हो गया है। 75 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली है। शरद यादव की बेटी ने ट्वीट कर जानकारी दी है। शरद यादव की बेटी सुभाषिणी यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया है कि पापा नहीं रहे। गौरतलब है कि बीते कई दिनों के शरद यादव बीमार चल रहे थे। उन्हें इलाज के लिए गुरुग्राम के फोर्टिंस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
Sharad Yadav was influenced by Lohia’s ideas शरद यादव का जन्म एक जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में हुआ। वो एक किसान परिवार में पैदा हुए, जिसके बाद वहीं उनकी शुरुआती पढ़ाई हुई। युवावस्था में आते ही यादव को राजनीति में दिलचस्पी होने लगी, उन्होंने जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की। इस वक्त वो छात्र राजनीति में भी काफी सक्रिय हो गए थे, साथ ही पढ़ाई में भी टॉप किया था। शरद यादव राम मनोहर लोहिया के विचारों से काफी ज्यादा प्रभावित थे।
शरद यादव के राजनीतिक करियर की अगर बात करें तो वो 1974 में पहली बार जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। इस दौरान वो जेपी आंदोलन से भी जुड़े रहे। इसके बाद शरद यादव ने राजनीति में पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें 1977 में फिर से जबलपुर लोकसभा सीट से ही सांसद चुना गया। इस दौरान वो युवा जनता दल के अध्यक्ष भी थे। इसके बाद 1986 में पहली बार शरद यादव राज्यसभा पहुंचे। 1989 में यूपी की बदायूं लोकसभा सीट से चुनाव जीते। इसके बाद इसी साल उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद भी मिला। यादव का आगे का सफर भी काफी शानदार रहा। साल 1991 से लेकर 2014 तक शरद यादव बिहार की मधेपुरा सीट से सांसद चुने गए। यादव को 1997 में जनता दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुना गया।