जयपुर: shankaracharya Avimukteshwaranand Statement लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चार चरणों का मतदान खत्म होने के बाद भी सियासी बयानबाजी का दौर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आए दिन नेताओं का एक दूसरे के खिलाफ अरोप-प्रत्यारोप देखने को मिलता है। लेकिन इन सब के बीच धर्म की गलियों से पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ स्वर तेज होने लगे हैं। जी हां जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि देश में डर का महौल बना हुआ है, लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। वहीं, उन्होंने आज सुबह ही उन्होंने अलवर में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर एक बार फिर सवाल उठाया है।
shankaracharya Avimukteshwaranand Statement दरअसल जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इन दिनों राजस्थान प्रवास पर हैं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए देश की राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है। शंकराचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रात को दो बजे किसी का घर खटखटाया जाता है, जब वो दरवाजा खोलता है तो शहर का मेयर उसके घर में घुस आता है। मेयर घर पर घुसकर कहता है कि तुम प्रस्तावक बने हो मत बनो, तुम मीडिया में आकर बयान दे दो कि जबर्दस्ती प्रस्तावक बनाया गया है। क्या ये डर नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि वाराणसी में हम लोग गाय का मुद्दा उठाया और गाय का प्रत्याशी खड़ा किया। अब उसके घर पर रात को दो बजे शहर का मेयर घुस जाता है।
शंकराचार्य ने आगे कहा कि हमको कम धमकियां मिली हैं, हमने कभी नहीं कहा। हमको धमकाया जा रहा है। हमको डराया जाता है, हमारे लोगों को डराया जाता है कि इनके पास मत बैठो नहीं तो तुमको जेल में डाल दिया जाएगा। हमारे कई साथियों को जेल में डाल दिया गया। हम ऐसे अकेले नहीं चलते हैं, हम क्यों भीड़ इकठ्ठा नहीं करते हैं?
वहीं, उन्होंने ये भी कहा कि जयपुर ‘गौहत्या रोकने के लिए आयोजित संकल्प यात्रा’ में हिस्सा लेने आए। इस दौरान जगद्गुरु शंकराचार्य ने राजनीतिक दलों को धर्मशास्त्र का पाठ पढ़ाया। इस दौरान उन्होंने नाना पटोले के बयान ‘कांग्रेस की सरकार आई, तो फिर से राम मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा’ पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि पहले तो यह बताइए, उस मंदिर में क्या कमी है? जब आपको मंदिर, मस्जिद और धर्म शास्त्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो फिर इस तरह की बयानबाजी क्यों देते हैं? यह धार्मिक लोगों के जिम्मे का कार्य है और उन्हीं का रहने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी धार्मिक मामले में दखलअंदाज करने के लिए हकदार नही हैं।
इस दौरान शंकराचार्य लोकसभा चुनाव में राम मंदिर और धर्म के नाम पर वोट मांगने पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को चुनाव जीतने के लिए धर्म के नाम पर लोगों से वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है। राजनीति में धर्म का प्रयोग करना अक्षम्य में अपराध है। उन्होंने कहा कि पहले राजनीतिक पार्टियों को पहले धर्मशास्त्र की शिक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने बिना नाम लिए राजनीतिक पार्टियों पर हमला करते हुए कहा कि इन्होंने चुनाव आयोग में अपनी धर्मनिरपेक्ष होने का शपथ पत्र दिया है, लेकिन यह सभी इसका उल्लंघन कर रहे हैं।
देश में डर का माहौल है।
#JyotirmathShankaracharya #ज्योतिर्मठशंकराचार्य pic.twitter.com/4GtmVJgN8G— 1008.Guru (@jyotirmathah) May 15, 2024