नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को सदियों पुराने मामले में अपना ऐतिहासिक फैसला देते हुए कहा है कि राम जन्मभूमि में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया जाए। कोर्ट ने कहा है कि ट्रस्ट बनाकर मंदिर का निर्माण करवाया जाएगा। केंद्र सरकार को तीन महीने के भीतर मंदिर निर्माण के लिए नियम बनाने को कहा गया है। वहीं, कोर्ट ने मुस्लिम पक्षकार को अन्य जगह पर 5 एकड़ जमीन देने और निर्मोही अखाड़ा की याचिका को खारिज करते हुए राम लला की सेवा का अधिकार देने से इंकार कर दिया है।
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इस फैसले पर नई दिल्ली में स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करने की बात कही है। बुखारी ने कहा कि हमने हमेशा यह बात रखी है कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेंगे। मुझे उम्मीद है कि देश विकास की ओर बढ़ेगा।
Shahi Imam of Delhi’s Jama Masjid Syed Ahmed Bukhari on #AyodhyaJudgment: We have always maintained that we will accept the verdict of Supreme Court. I hope the country will move towards development. As far as filing a review petition is concerned, I don’t agree with it. pic.twitter.com/XfS8T25NhH
— ANI (@ANI) November 9, 2019
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जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने कहा कि जहां तक पुनर्विचार याचिका दायर करने का सवाल है, मैं इससे सहमत नहीं हूं।