तिरुवनंतपुरम, चार जुलाई (भाषा) केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई)’ के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट’ में कथित अनियमितताओं के विरोध में बृहस्पतिवार को यहां राजभवन तक मार्च निकाला और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की।
विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने एसएफआई के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं, जिसके बाद वे (कार्यकर्ता) हिंसक हो गए और उन्होंने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को गिरा दिया।
अवरोधक तोड़ने के बाद अपने राज्य सचिव पी एम अर्शो के नेतृत्व में एसएफआई कार्यकर्ताओं ने नीट में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। वे वहीं सड़क पर बैठ गये। प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को वहां तैनात किया गया था।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बार-बार वहां से चले जाने का आह्वान किया लेकिन वे नहीं माने। उसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करके कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें वहां से हटा दिया।
‘टीवी चैनल’ पर प्रसारित दृश्यों में पुलिस महिलाओं सहित कई प्रदर्शनकारियों को जबरन पुलिस वाहनों में ले जाती हुई दिखाई दी।
भाषा
योगेश राजकुमार
राजकुमार