चंडीगढ़, एक नवंबर (भाषा) दिवाली के अगले दिन शुक्रवार को हरियाणा और पंजाब के कई स्थानों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में भी एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय एक्यूआई की प्रति घंटा ताजा जानकारी प्रदान करने वाले ‘समीर’ ऐप के अनुसार, शुक्रवार को सुबह नौ बजे एक्यूआई हरियाणा के गुरुग्राम में 344, जींद में 340, अंबाला में 308 और कुरुक्षेत्र में 304 दर्ज किया गया।
मौसम विभाग द्वारा तय पैमाने के मुताबिक, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।
हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक्यूआई 289, बल्लभगढ़ में 224, भिवानी में 288, चरखी दादरी में 228, फरीदाबाद में 236, फतेहाबाद में 248, हिसार में 252, करनाल में 232, पंचकूला में 251, रोहतक में 272, सोनीपत में 259, सिरसा में 217 और यमुनानगर में 265 दर्ज हुआ।
चंडीगढ़ में एक्यूआई 303 दर्ज किया गया।
पंजाब में, अमृतसर का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में, 314 रहा। मंडी गोबिंदगढ़ में एक्यूआई 331, खन्ना में 308, जालंधर में 253, लुधियाना में 214 और पटियाला में 260 रहा।
प्राधिकारियों ने दिवाली पर सीमित अवधि के लिए केवल हरित पटाखे जलाने की अनुमति दी थी।
पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में रात आठ बजे से 10 बजे के बीच हरित पटाखे जलाने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, शहर के कई इलाकों में लोग रात 10 बजे के बाद भी पटाखे जलाते नजर आए।
पंजाब सरकार ने हाल में कहा था कि दिवाली, गुरुपर्व, क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर केवल हरित पटाखे जलाने की ही अनुमति होगी।
एक आधिकारिक बयान में पहले कहा गया था कि पंजाब में केवल हरित पटाखे बेचने और उपयोग करने की अनुमति है।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा